9,455 मत्स्य कृषकों को मिलेगा अवसर, आवेदन की अंतिम तिथि 31 दिसंबर
पटना, 27 सितंबर:बिहार सरकार ने मछली पालन को बढ़ावा देने और मत्स्य पालकों की आय बढ़ाने के लिए बड़ी पहल की है। पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की ओर से “मत्स्य प्रशिक्षण एवं प्रसार योजना 2025-26” के तहत राज्य भर में किसानों और मछुआरों को निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। इच्छुक लोग विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://fisheries.bihar.gov.in/ पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2025 निर्धारित की गई है।
कितने लोगों को मिलेगा प्रशिक्षण?
- कुल 9,455 मत्स्य कृषकों/मछुआरों को मिलेगा प्रशिक्षण
- 317 बैचों में होगा प्रशिक्षण का आयोजन
- राज्य के अंदर और बाहर दोनों जगहों के प्रतिष्ठित मत्स्य संस्थानों में दी जाएगी ट्रेनिंग
- राज्य के बाहर प्रशिक्षण लेने वाले लाभार्थियों को यात्रा भत्ता (मार्ग व्यय) भी मिलेगा
पूरी तरह नि:शुल्क, सिर्फ नामांकन शुल्क देना होगा
सरकार की इस योजना के तहत प्रशिक्षण पूरी तरह निःशुल्क है। केवल नामांकन शुल्क जमा करना होगा:
- ₹250 – केंद्रीय मात्स्यिकी शिक्षा संस्थान, कीकीनाडा में प्रशिक्षण लेने वालों के लिए
- ₹100 – अन्य सभी प्रशिक्षण संस्थानों/केन्द्रों के लिए
नामांकन शुल्क जिला मत्स्य कार्यालय में जमा करना होगा।
किन्हें मिलेगा मौका?
- प्राथमिकता पहली बार प्रशिक्षण लेने वालों को दी जाएगी
- पहले से प्रशिक्षित मत्स्य पालक केवल 3 साल बाद दोबारा प्रशिक्षण ले सकेंगे
- निजी/पट्टा या सरकारी तालाब/जलकर में मत्स्य पालन करने वाले कृषक
- प्रखंड स्तरीय मत्स्यजीवी सहयोग समिति के सक्रिय सदस्य
- वे किसान जो मत्स्य पालन करना चाहते हैं और जिला मत्स्य कार्यालय से चयनित हैं या बैंक ऋण/स्वलागत से संबंधित योजना का लाभ लेना चाहते हैं
सरकार की उम्मीद
अधिकारियों का कहना है कि इस प्रशिक्षण से न केवल मत्स्य उत्पादन में बढ़ोतरी होगी बल्कि मछली पालक किसान भी आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनेंगे।
