Voice Of Bihar

खबर वही जो है सही

बिहार खेल विश्वविद्यालय की प्रथम कार्य परिषद् बैठक सम्पन्न, विश्वविद्यालय विकास को लेकर कई अहम निर्णय

ByKumar Aditya

मई 3, 2025
IMG 20250503 WA0000

राजगीर, 3 मई:बिहार खेल विश्वविद्यालय, राजगीर (BSUR) की प्रथम कार्य परिषद् (Executive Council) की ऐतिहासिक बैठक विश्वविद्यालय के सभागार में सम्पन्न हुई। इस बैठक की अध्यक्षता श्री शिशिर सिन्हा, भा.प्र.से. (सेवानिवृत) ने की, जिनका विश्वविद्यालय के प्रथम कुलपति के रूप में मार्गदर्शन सराहनीय रहा।

बैठक में कुलसचिव श्री रजनी कांत, परीक्षा नियंत्रक-सह-डीन श्री निशिकान्त तिवारी, निदेशक (उच्च शिक्षा), बिहार सरकार के प्रतिनिधि श्री अजीत कुमार, निदेशक (खेल) श्री महेन्द्र कुमार, संयुक्त सचिव (खेल) श्री निरंजन कुमार, सहायक निदेशक (राज्य खेल अकादमी) श्री मिथिलेश कुमार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक में लिए गए मुख्य निर्णय इस प्रकार हैं:

  1. विजन एवं मिशन स्टेटमेंट को मिली मंजूरी:
    परिषद् ने विश्वविद्यालय के विजन और मिशन कथन को स्वीकृति प्रदान की। इसके तहत विश्वविद्यालय को शारीरिक शिक्षा एवं खेल विज्ञान के क्षेत्र में विश्वस्तरीय संस्थान के रूप में विकसित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उद्देश्य यह है कि यह संस्थान शिक्षाविदों, शोधार्थियों, खिलाड़ियों और विद्यार्थियों के लिए श्रेष्ठ विकल्प बन सके।
  2. BSUR और SCERT के बीच MOU को स्वीकृति:
    बैठक में बिहार खेल विश्वविद्यालय, राजगीर और राज्य शिक्षा, शोध एवं प्रशिक्षण परिषद् (SCERT), पटना के बीच समझौता ज्ञापन (MOU) पर सहमति दी गई। इसके अंतर्गत विश्वविद्यालय शारीरिक शिक्षा विषय में कार्यरत शिक्षकों एवं व्याख्याताओं को रिफ्रेशर कोर्स के माध्यम से आधुनिक पाठ्यक्रमों का प्रशिक्षण देगा।
  3. नियुक्तियों की सम्पुष्टि:
    बैठक में श्री चंदन कुमार, डॉ. रवि कुमार सिंह, श्री रौशन कुमार एवं श्री अजीत कुमार को परामर्शी पद पर तथा श्री ब्रजेश कुमार पाण्डेय और श्री यश राज को प्रशाखा पदाधिकारी पद पर नियुक्त किए जाने की पुष्टि की गई।

कुलपति श्री शिशिर सिन्हा ने सभी सदस्यों से विश्वविद्यालय के विकास हेतु सुझाव आमंत्रित करते हुए कहा कि आवासीय पाठ्यक्रमों को संचालित करने हेतु आधारभूत संरचना में तेजी से सुधार आवश्यक है।


यह बैठक न केवल बिहार खेल विश्वविद्यालय के संचालन की दृष्टि से ऐतिहासिक रही, बल्कि यह राज्य में खेल शिक्षा को नई दिशा देने वाला एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर भी साबित होगी।


 

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *