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कैमूर, बिहार | 30 मई 2025

भभुआ मंडल कारा से गुरुवार को एक संदिग्ध मौत की खबर ने जिले में सनसनी फैला दी है। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद निवासी नक्शे अली, जो कफ सिरप की भारी बरामदगी के मामले में पिछले छह महीने से जेल में बंद था, उसकी जेल के भीतर मौत हो गई है।

जेल प्रशासन का दावा है कि कैदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वहीं, इस घटना के बाद कई सवाल उठ खड़े हुए हैं, जिससे पूरा मामला संदेह के घेरे में आ गया है।

फांसी लगाकर आत्महत्या का दावा, लेकिन रस्सी कहां से आई?

जेल अधिकारियों के अनुसार, नक्शे अली ने फांसी लगाकर आत्महत्या की। उसे तुरंत भभुआ सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि अस्पताल लाने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी।

हालांकि, जेल के अंदर आत्महत्या के लिए रस्सी जैसी वस्तु की उपलब्धता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। जेल में बंद कैदी के पास ऐसी चीज़ कैसे पहुंची, यह जांच का विषय बन गया है।

जांच की मांग तेज, जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप

भभुआ सिविल कोर्ट के जिला अधिवक्ता संघ के महासचिव मंटू पांडेय ने इस घटना को लेकर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा:

“भभुआ मंडल कारा में 12 वार्ड हैं। वहां कैदियों से पैसे की उगाही और प्रताड़ना आम बात है। नक्शे अली की मौत हत्या थी या आत्महत्या – यह तभी साफ होगा जब निष्पक्ष जांच हो। अगर आत्महत्या की तो रस्सी कहां से आई, और अगर हत्या हुई तो किसने की?”

डीएसपी ने दी प्रतिक्रिया, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार

भभुआ के डीएसपी शिव शंकर कुमार ने कहा कि कैदी की मौत की सूचना मिली है और मामले की पूरी जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि यह हत्या थी या आत्महत्या।

पृष्ठभूमि: नक्शे अली का मामला

नक्शे अली को छह महीने पहले मादक पदार्थ नियंत्रण कानून के तहत जेल भेजा गया था। उसके पास से भारी मात्रा में कफ सिरप बरामद की गई थी, जो नशीले पदार्थों की श्रेणी में आता है। तब से वह भभुआ मंडल कारा में बंद था।

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