
पटना।नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री के एक-एक कार्यक्रम पर लगभग ₹100 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं, जो जनता के करदाताओं के पैसे की बर्बादी है।
“सरकारी पैसे से हो रही राजनीतिक रैली”
राजद प्रदेश कार्यालय में शुक्रवार को आयोजित प्रेस वार्ता में तेजस्वी ने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम चुनावी रैली से ज्यादा कुछ नहीं, और इसके लिए भीड़ जुटाने से लेकर मंच की भव्यता तक का खर्च बिहार की जनता की जेब से निकाला जा रहा है।
“बिहार के लोगों को अब पॉकेट मारने वाला प्रधानमंत्री नहीं चाहिए,” – तेजस्वी यादव
“प्रधानमंत्री बताएं, बिहार को क्या दिया?”
तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया कि चुनावी वर्ष में लगातार बिहार का दौरा कर रहे प्रधानमंत्री मोदी यह नहीं बता पा रहे हैं कि उन्होंने बिहार को अब तक क्या ठोस दिया। उन्होंने चुनौती दी कि अगली बार जब प्रधानमंत्री बिहार आएं, तो अपने कार्यक्रम पर हुए खर्च का ब्यौरा भी सार्वजनिक करें।
बेरोजगारी और पलायन का मुद्दा उठाया
उन्होंने कहा कि बिहार जैसे गरीब राज्य को केंद्र की योजनाओं में अपेक्षाकृत ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ता है, लेकिन यहां के युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही, और लोग मजबूरी में पलायन कर रहे हैं।
मढ़ौरा रेल फैक्ट्री और परिवारवाद पर भी बोले
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री के मढ़ौरा रेल फैक्ट्री के जिक्र को लेकर कहा कि यह परियोजना लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहते हुए स्वीकृत और निर्मित हुई थी। उन्होंने एनडीए पर तंज कसते हुए कहा कि “बिहार में दामादों को मंत्री बनाया जा रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री को एनडीए में परिवारवाद नहीं दिखता”।
तेजस्वी यादव के इस बयान ने आगामी चुनावों से पहले बिहार की राजनीति में गर्मी बढ़ा दी है। अब देखना होगा कि इस तीखे हमले पर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से क्या प्रतिक्रिया आती है।