
पटना/बख्तियारपुर: बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर मानवीयता और नेतृत्व का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है। शेखपुरा जाते समय बख्तियारपुर के पास हाईवे पर हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में घायल हुए मां-बेटे की मदद कर उन्होंने समाज के सामने एक प्रेरणादायक मिसाल कायम की।
हादसे को देख रोका काफिला, खुद पहुंचाया अस्पताल
हादसे के वक्त तेजस्वी यादव का काफिला बख्तियारपुर हाईवे से गुजर रहा था। जैसे ही उन्होंने दुर्घटनाग्रस्त मां-बेटे को देखा, उन्होंने तुरंत अपना काफिला रुकवाया और खुद घायलों की मदद के लिए आगे आए। तेजस्वी ने न केवल उन्हें अपने वाहन से नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, बल्कि मौके पर मौजूद स्थानीय RJD विधायक को उनके इलाज की निगरानी की जिम्मेदारी भी सौंपी।
“समाज को मानवीय बनाना होगा”: तेजस्वी की भावुक अपील
घटना के बाद तेजस्वी यादव ने लोगों से एक भावुक अपील करते हुए कहा:
“समाज की उदासीनता के कारण कई बार कीमती जानें चली जाती हैं। हमें मानव धर्म निभाना चाहिए और जरूरतमंदों की समय पर मदद करनी चाहिए।”
उनकी इस पहल की स्थानीय लोगों और सोशल मीडिया यूज़र्स ने जमकर तारीफ की है। लोग इसे एक “सच्चे जननेता की पहचान” बता रहे हैं।
समाज को दिया सकारात्मक संदेश
तेजस्वी यादव ने इस मौके का उपयोग समाज में एक सकारात्मक संदेश देने के लिए किया। उन्होंने लोगों से अपील की कि सड़क हादसों में घायल लोगों की अनदेखी न करें, बल्कि उन्हें तुरंत सहायता पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि अगर हर कोई समय पर मदद करे, तो कई जिंदगियां बचाई जा सकती हैं।
बढ़ते सड़क हादसों पर भी जताई चिंता
तेजस्वी यादव की इस पहल ने बिहार में बढ़ते सड़क हादसों की ओर भी ध्यान खींचा है। आए दिन समय पर इलाज या मदद न मिलने से लोग अपनी जान गंवा देते हैं। ऐसे में तेजस्वी का यह कदम समाज को जागरूक करने की दिशा में एक प्रेरक प्रयास माना जा रहा है।
जनता में बढ़ा सम्मान
इस घटना के बाद बख्तियारपुर सहित बिहार भर में तेजस्वी यादव के प्रति लोगों का सम्मान और विश्वास और भी गहरा हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह एक ऐसा नेता है जो न केवल सत्ता की राजनीति करता है, बल्कि समाज के प्रति संवेदनशीलता और जिम्मेदारी भी निभाता है।