कैमूर:बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच राजद प्रत्याशी अजीत सिंह का एक बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है।
अजीत सिंह ने मंच से कहा —
“अगर रामगढ़ से मैं नहीं जीतूंगा, तो तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे।”
तेजस्वी यादव को दी खुली चुनौती

अजीत सिंह, जो कि राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे हैं, उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि रामगढ़ से जीत ही तेजस्वी यादव की मुख्यमंत्री कुर्सी का रास्ता तय करेगी।
उन्होंने कहा —
“रामगढ़ जीतेंगे तभी मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बनेंगे, नहीं तो नहीं बनेंगे।”
अजीत ने कहा कि रामगढ़ पूरे बिहार को राजनीतिक संदेश देने वाला क्षेत्र है। यहां की हार या जीत का असर पटना की सत्ता तक जाता है।
‘दीवारों पर लिख लो’ का आह्वान
अजीत सिंह ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे
“घर जाकर अपनी दीवारों और कॉपियों पर लिख लें — अगर रामगढ़ में अजीत हारेंगे तो तेजस्वी जी मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे।”
उनके बयान के बाद मंच पर मौजूद बक्सर सांसद सुधाकर सिंह ने “अजीत सिंह जिंदाबाद” के नारे लगाने शुरू कर दिए।
यह पूरा दृश्य वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है और अब सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से शेयर किया जा रहा है।
विपक्ष ने बताया ‘अहंकारपूर्ण बयान’
अजीत सिंह के इस बयान ने चुनावी माहौल में नई हलचल पैदा कर दी है। जहाँ राजद समर्थक इसे जोश और आत्मविश्वास का प्रतीक बता रहे हैं, वहीं विपक्षी दल इसे अहंकारपूर्ण और दबाव भरा बयान कह रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान रामगढ़ सीट को पूरे बिहार में चर्चा के केंद्र में ले आया है।
कौन हैं अजीत सिंह?
अजीत सिंह, राजद के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह के छोटे बेटे हैं।
वे इस बार रामगढ़ विधानसभा सीट से राजद के टिकट पर मैदान में हैं। उनकी पहचान पार्टी के युवा चेहरे और तेजस्वी यादव के करीबी नेता के रूप में होती है।






