पटना/दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर महागठबंधन (Grand Alliance) में सीट बंटवारे पर अब भी सहमति नहीं बन सकी है। सोमवार को दिल्ली में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस के बीच दो दौर की अहम बैठकें हुईं, लेकिन दोनों दल किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाए।
कांग्रेस की 70 सीटों की मांग से बढ़ा विवाद
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस ने 70 से अधिक सीटों की मांग रखी है, जबकि राजद इतनी बड़ी हिस्सेदारी देने के पक्ष में नहीं है।
इसी वजह से बातचीत का कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका।
वाम दलों ने भी अपनी भूमिका और सीटों की हिस्सेदारी को लेकर स्पष्टता मांगी है, जिससे गठबंधन में असमंजस और बढ़ गया है।
तेजस्वी ने जताई नाराजगी, बैठक बीच में छोड़ी
जानकारी के मुताबिक, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कांग्रेस की मांगों पर असहमति जताई है। उन्होंने बैठक के दौरान साफ कहा कि कांग्रेस अगर यथार्थवादी रवैया नहीं अपनाती है, तो गठबंधन का भविष्य खतरे में पड़ सकता है। सूत्रों के मुताबिक, इसी नाराजगी के चलते तेजस्वी यादव ने दिल्ली बैठक बीच में ही छोड़ दी और बिना राहुल गांधी व मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात किए पटना लौट गए।
महागठबंधन में बढ़ रही दरार
तेजस्वी यादव का यह कदम गठबंधन के भीतर गहराते मतभेदों को स्पष्ट करता है। राजद पहले ही यह संकेत दे चुका है कि वह 2020 में लड़ी गई सीटों के समान हिस्सेदारी चाहती है, जबकि कांग्रेस अपने जनाधार के आधार पर सीटें बढ़ाने की कोशिश में है।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि अगर यह गतिरोध लंबे समय तक जारी रहा, तो महागठबंधन के लिए यह चुनावी नुकसान साबित हो सकता है।
