उत्पादन बढ़ाने, मूल्यवर्धन और सरकारी योजनाओं के बेहतर उपयोग पर दिया गया जोर
पटना, 30 मई:पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार के मत्स्य निदेशालय में गुरुवार को कोसी एवं पूर्णिया परिक्षेत्र की मत्स्य किसान उत्पादक समितियों की समीक्षात्मक बैठक का आयोजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया। बैठक की अध्यक्षता निदेशक मत्स्य ने की, जिसमें उप निदेशक (कोसी और पूर्णिया परिक्षेत्र) तथा समितियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक में बीते वित्तीय वर्ष में मत्स्य उत्पादन, हैचरी कल्चर और विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। निदेशक मत्स्य ने आगामी वित्तीय वर्ष में उत्पादन एवं लाभ लक्ष्य को प्राप्त करने की तैयारियों की भी जानकारी ली।
राज्य और केंद्र की योजनाओं से मिलेगा लाभ
निदेशक ने समितियों को निर्देश दिया कि वे राज्य सरकार की योजनाओं का भरपूर लाभ उठाकर मत्स्य उत्पादों में मूल्यवर्धन (Value Addition) करें। विशेष रूप से चौर विकास योजना के तहत नए तालाबों के निर्माण को प्राथमिकता देने की बात कही गई।
साथ ही, प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) के अंतर्गत:
- मत्स्य कल्चर का विस्तार
- फिश फीड प्रोडक्शन
- रेफ्रिजरेटेड वाहन की सुविधा
- उन्नत मत्स्य बीज योजना
जैसे घटकों में आवेदन करने के लिए निर्देशित किया गया।
मूल्यवर्धन और बाज़ार पहुंच पर भी ध्यान
बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि उत्पादकों को केवल मत्स्य उत्पादन तक सीमित न रहते हुए, प्रोसेसिंग, पैकेजिंग और मार्केटिंग पर भी ध्यान देना होगा, जिससे स्थानीय मत्स्य व्यवसाय को बढ़ावा मिल सके और मछुआरों की आमदनी में सुधार हो।