रानीगंज प्रखंड में मंगलवार की देर रात एक बड़ी कार्रवाई के तहत बीडीओ रितम कुमार और लेखापाल आदित्य प्रियदर्शी को निगरानी विभाग की टीम ने 1.5 लाख रुपये घूस लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया। यह रकम 15 लाख रुपये की सरकारी योजना में 10 प्रतिशत नजराना के रूप में मांगी गई थी।
पटना से पहुंची निगरानी की विशेष टीम
इस कार्रवाई का नेतृत्व निगरानी डीएसपी चंद्रभूषण कुमार कर रहे थे। उनके साथ 10 सदस्यीय टीम मंगलवार रात रानीगंज पहुंची। शिकायत उप प्रमुख कलानंद सिंह और उनके सहयोगी शंभू यादव द्वारा की गई थी, जिन्होंने निगरानी विभाग को सूचना दी थी कि एक सरकारी योजना की स्वीकृति के लिए बीडीओ और लेखापाल द्वारा 1.5 लाख रुपये की मांग की जा रही है।
छापेमारी के दौरान हड़कंप
जैसे ही घूस की राशि दी गई, निगरानी टीम ने बीडीओ आवास पर छापा मारा और बीडीओ को रंगेहाथ पकड़ लिया। छापेमारी के दौरान रानीगंज थाना की एएसआई पूजा कुमारी और चंदन कुमार भी दलबल के साथ मौजूद थे।
पूरी रात चली तलाशी, गोदरेज और लॉकर की जांच
बीडीओ आवास के कमरे, गोदरेज और लॉकर की पूरी रात तलाशी ली गई। कार्रवाई के दौरान प्रखंड परिसर में हड़कंप मच गया। आसपास के अधिकारी और कर्मी स्तब्ध रह गए।
परिवार की हालत दयनीय
छापेमारी के दौरान बीडीओ और उनकी पत्नी की हालत बेहद खराब थी। दोनों को बिलखते हुए देखा गया, लेकिन निगरानी टीम ने बिना किसी रुकावट के कार्रवाई जारी रखी।
इस कार्रवाई ने एक बार फिर से सरकारी योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर कर दिया है। आगे की पूछताछ और जांच के बाद कई और खुलासे होने की संभावना है।