सासाराम, बिहार। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को सासाराम की ऐतिहासिक धरती से बिहार को करीब 50 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात दी। इस अवसर पर उन्होंने कई रेल, सड़क, बिजली और हवाई सेवाओं से जुड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “आज मुझे इस पवित्र भूमि पर बिहार के विकास को नई गति देने का सौभाग्य मिला है। यह धरती वीर कुंवर सिंह जैसे सेनानियों की है और यहां की जनता ने देश के लिए बलिदान देने में कभी पीछे नहीं हटे।”
ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख, आतंकवाद पर सख्त रुख
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में हुए “ऑपरेशन सिंदूर” का उल्लेख करते हुए आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा, “हमने वादा किया था कि आतंक के आकाओं को मिट्टी में मिला देंगे और हमने अपना वादा निभाया। अब भारत दुश्मनों को उनके घर में घुसकर जवाब देता है।”
बिहार में तेजी से बदल रही बुनियादी ढांचा की तस्वीर
प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार में अब रेलवे, एयरपोर्ट, सड़कों और बिजली परियोजनाओं में अभूतपूर्व प्रगति हो रही है। उन्होंने विशेष तौर पर पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल, दरभंगा एयरपोर्ट, और बिहटा हवाई अड्डा जैसे प्रोजेक्ट्स की चर्चा की। इसके साथ ही एनटीपीसी नबीनगर, बक्सर और पीरपैंती में चल रहे पावर प्रोजेक्ट्स से राज्य को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाने का भरोसा भी दिया।
नक्सलवाद पर बड़ी बात
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 से पहले देश में 125 से ज्यादा जिले नक्सल प्रभावित थे, लेकिन अब ये संख्या घटकर 18 रह गई है। उन्होंने इसे केंद्र और राज्य सरकारों के संयुक्त प्रयासों का परिणाम बताया।
कृषि और ग्रामीण विकास पर विशेष जोर
मोदी ने बिहार के 75 लाख किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के अंतर्गत दी जा रही सहायता, मखाना बोर्ड की स्थापना, और फूड प्रोसेसिंग संस्थान के निर्माण की घोषणा का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि बिहार को ग्रीन एनर्जी की ओर भी तेजी से ले जाया जा रहा है।
विपक्ष पर साधा निशाना
अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री ने कांग्रेस और राजद पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि “जिन्होंने गरीबों के हक छीन लिए, वे आज सामाजिक न्याय की बातें कर रहे हैं।” उन्होंने “जमीन के बदले नौकरी” घोटाले का भी ज़िक्र करते हुए विपक्ष को आड़े हाथों लिया।
‘विकसित बिहार, विकसित भारत’ का संकल्प
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के अंत में कहा कि “हमें बिहार को बाबा साहेब अंबेडकर और कर्पूरी ठाकुर के सपनों का बिहार बनाना है।” उन्होंने सभी लोगों से मिलकर बिहार के विकास में भागीदार बनने का आह्वान किया।
अंत में, प्रधानमंत्री ने “भारत माता की जय” के नारों के साथ सभा का समापन किया और उपस्थित जनसमूह से अपील की कि वे राष्ट्र निर्माण में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएं।