
नई दिल्ली/पटना, 28 मई 2025 —राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक गरिमामयी समारोह में देश के 68 विभूतियों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया। इस अवसर पर बिहार की चार हस्तियों को भी प्रतिष्ठित पद्म सम्मान प्राप्त हुआ, जिनमें दो को मरणोपरांत सम्मानित किया गया।
शारदा सिन्हा को मिला पद्म विभूषण
लोकगायन की दुनिया में “बिहार कोकिला” के नाम से प्रसिद्ध शारदा सिन्हा को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उनके बेटे डॉ. अंशुमान सिन्हा ने ग्रहण किया।
शारदा सिन्हा को यह सम्मान कला के क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान के लिए दिया गया है। उनकी आवाज़ ने छठ, विवाह और लोक संस्कारों को राष्ट्रीय पहचान दिलाई।
आचार्य किशोर कुणाल को मरणोपरांत पद्मश्री
आचार्य किशोर कुणाल, जो एक धर्मविद, प्रशासक और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में जाने जाते थे, को भी मरणोपरांत पद्मश्री से नवाजा गया। उनका यह सम्मान उनके पुत्र सायन ने ग्रहण किया। उन्होंने राम मंदिर आंदोलन से लेकर संस्कृत शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान दिया था।
डॉक्टर हेमंत कुमार और भवेश सिंह को भी पद्मश्री
पटना के चर्चित गर्दा रोग विशेषज्ञ डॉ. हेमंत कुमार और आरा के भीम सिंह भवेश को भी पद्मश्री से नवाजा गया। दोनों को यह सम्मान अपने-अपने क्षेत्र में अनुकरणीय सेवा और सामाजिक योगदान के लिए मिला।