
भागलपुर, 19 जून 2025 — विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला 2025 की तैयारियाँ ज़ोरों पर हैं। इसी क्रम में जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने आज सुल्तानगंज स्थित मेला क्षेत्र का व्यापक निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस बार श्रावणी मेला 11 जुलाई से आरंभ होगा।
निरीक्षण के दौरान नगर पुलिस अधीक्षक श्री शुभांक मिश्रा, उप विकास आयुक्त श्री प्रदीप कुमार सिंह, स्थानीय विधायक श्री ललित नारायण मंडल, नगर परिषद सुल्तानगंज के सभापति श्री राजेश कुमार गुड्डू, उपसभापति श्रीमती नीलम देवी सहित कई विभागों के पदाधिकारी मौजूद थे।
निरीक्षण के दौरान दिए गए प्रमुख निर्देश
1. घाट सुरक्षा और बैरिकेडिंग:
नमामि गंगे घाट पर सीढ़ियों के नीचे के पत्थरों को मिट्टी और बालू बैग से ढकने का निर्देश दिया गया, जिससे श्रद्धालुओं को फिसलने या चोट से बचाया जा सके। साथ ही नदी में जालीयुक्त बैरिकेडिंग लगाने और जल स्तर के अनुसार उसका समायोजन करने को कहा गया।
2. सड़कों और नालियों की मरम्मत:
जिलाधिकारी ने नगर परिषद को निर्देशित किया कि नालियों को ढककर सड़क के दोनों ओर तीन फीट चौड़ी पीली पट्टी बनाई जाए, ताकि कांवड़ियों की सुगम आवाजाही सुनिश्चित हो सके।
3. पंडा चौकी और रजिस्ट्रेशन:
पंडा चौकियों के लिए रजिस्ट्रेशन, संख्या निर्धारण तथा चौकियों की पेंटिंग पंडों द्वारा कराए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है।
4. दर सूची और गुणवत्ता नियंत्रण:
दुकानों में पूजा सामग्री, कांवड़ सामग्री और खाद्य वस्तुओं के लिए दर सूची अनिवार्य रूप से प्रदर्शित करने का आदेश दिया गया। होटल संचालकों को प्रयुक्त सामग्री के ब्रांड की सूची सार्वजनिक करनी होगी ताकि श्रद्धालुओं को सुरक्षित एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन मिल सके।
5. पेयजल व्यवस्था:
पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता को सभी चापाकलों की जांच, आवश्यकतानुसार राइजर पाइप लगाने और 26 जून तक सभी कार्य पूरे करने के निर्देश दिए गए। बोरिंग के छह कार्यस्थलों पर कार्य शीघ्र पूरा करने को कहा गया।
6. दुकान और पार्किंग व्यवस्था:
कांवड़ मार्ग पर दुकानें सड़क से हटकर लगेंगी। दुकानदारों के लिए नियमों का चार्ट मेला शुरू होने से पूर्व वितरित किया जाएगा। वाहन पार्किंग संचालित करने वालों को नगर परिषद से अनुमति लेना अनिवार्य होगा।
7. स्वास्थ्य और आपातकालीन सेवा:
नमामि घाट और सीढ़ी घाट पर एक-एक एंबुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। साथ ही बैरियर स्थलों का निरीक्षण यातायात डीएसपी द्वारा करने को कहा गया।
8. रिवर फ्रंट और मंदिर परिसर:
जिलाधिकारी ने अजगैबीनाथ मंदिर परिसर में बन रहे रिवर फ्रंट का भी निरीक्षण किया। कृष्णा घाट से रिवर फ्रंट तक सड़क निर्माण के प्रस्ताव पर विचार किया गया। मंदिर के महंत द्वारा बोरिंग की मांग पर भी सहमति जताई गई।
अंत में जिलाधिकारी ने सभी विभागीय पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी कार्य 7 दिनों के भीतर गुणवत्ता और समयबद्धता के साथ पूरे किए जाएं।