
महिलाओं के लिए सेनेटरी पैड, मेडिकल किट, GPS, CCTV जैसी सुविधाएं होंगी उपलब्ध
पटना, 5 जुलाई 2025
बिहार सरकार महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक बड़ी पहल कर रही है। सितंबर से राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में पिंक बसों का संचालन शुरू किया जाएगा। यह निर्णय बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (BSRTC) द्वारा वर्तमान में चल रही 20 सीएनजी पिंक बसों की सफलता को देखते हुए लिया गया है।
BSRTC की योजना के तहत 80 नई पिंक बसें मंगाई जा रही हैं, जिन पर लगभग 5 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इनमें से 35 बसें राजधानी पटना में चलाई जाएंगी, जबकि शेष बसें अन्य प्रमुख जिलों में परिचालित की जाएंगी। सभी बसें अगस्त के अंत तक राज्य में पहुँचने की संभावना है।
महिलाओं के लिए विशेष सुविधाएं
इन पिंक बसों को महिलाओं की जरूरतों के अनुसार तैयार किया जा रहा है।
प्रमुख सुविधाएं:
- सेनेटरी पैड और मेडिकल किट की उपलब्धता
- GPS ट्रैकर और पैनिक बटन से लैस
- CCTV कैमरे और मोबाइल चार्जर की सुविधा
- केवल महिला चालकों और कंडक्टरों द्वारा परिचालन
महिला चालकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
BSRTC दो चरणों में 500 महिला चालकों को प्रशिक्षित करेगा। इसके लिए तैयारियाँ लगभग पूरी कर ली गई हैं। पिंक बसों का संचालन भी पूरी तरह महिलाओं के नेतृत्व में किया जाएगा – चालक, कंडक्टर, नोडल और सहायक नोडल अधिकारी सभी महिलाएं होंगी।
नोडल अधिकारी ममता कुमारी खुद भी पिंक बस से ऑफिस आती-जाती हैं। उन्होंने कहा, “यह सेवा कामकाजी महिलाओं और छात्राओं के लिए बड़ी राहत बन रही है।”
सहायक नोडल अधिकारी बीरबाला ने भी इसे एक गर्व का विषय बताया। उन्होंने कहा कि वह यात्रियों के सुझावों के आधार पर सुविधाओं में सुधार की दिशा में कार्य कर रही हैं।
वर्तमान में 5 शहरों में चल रही हैं पिंक बसें
मई 2025 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 20 CNG पिंक बसों को हरी झंडी दिखाई थी।
फिलहाल परिचालन:
- पटना: 8 बसें, सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक
- मुजफ्फरपुर: 4 बसें
- गया, दरभंगा, पूर्णिया: 2-2 बसें
इन बसों में प्रतिदिन 1500 से 2000 महिलाएं और छात्राएं सफर करती हैं। साथ ही, BSRTC कॉलेजों में छात्राओं के लिए पिंक बस पास बनाने हेतु विशेष कैंप भी आयोजित करेगा।