
पटना। राजधानी पटना में यातायात और जलनिकासी व्यवस्था को सुधारने के लिए एक और महत्वपूर्ण परियोजना अपने अंतिम चरण में है। पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा निर्माणाधीन मंदिरी नाले पर सड़क का कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है और जुलाई 2025 के अंत तक इस सड़क पर यातायात शुरू करने की योजना है।
क्या है इस सड़क की खासियत?
इस परियोजना के तहत 1289 मीटर लंबे मंदिरी नाले में से 1200 मीटर को ढकने का कार्य पूरा हो चुका है। इसके ऊपर बनने वाली सड़क की चौड़ाई 11 मीटर होगी, जिसमें शामिल हैं:
- 5.5 मीटर की दो मुख्य लेन (दोनों दिशाओं में)
- 3.5 मीटर चौड़ी सर्विस लेन
- सड़क के नीचे ट्विन बैरल RCC बॉक्स ड्रेन की व्यवस्था, जिससे जल निकासी की समस्या को स्थायी समाधान मिलेगा।
लागत और निर्माण एजेंसी
- परियोजना लागत: ₹86.98 करोड़
- निर्माण एजेंसी: पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड
- निर्माण की समय-सीमा: जुलाई 2025 (यातायात शुरू होने की संभावित तिथि)
कनेक्टिविटी और यातायात पर प्रभाव
यह सड़क नेहरू पथ और अशोक राजपथ को जोड़ेगी, जिससे फ्रेजर रोड और बुद्ध मार्ग जैसे मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक का दबाव घटेगा। यह सड़क आयकर गोलंबर से सिद्धेश्वरी काली मंदिर तक बनाई जा रही है, जो शहर के बीचोंबीच एक सुगम लिंक रोड के रूप में कार्य करेगी।
कौन-कौन से इलाकों को मिलेगा सीधा लाभ?
इस परियोजना से लगभग 3 लाख लोग प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होंगे। प्रभावित क्षेत्रों में शामिल हैं:
- उत्तरी मंदिरी
- दक्षिणी मंदिरी
- बापू नगर
- चीनाकोठी
- क्रिश्चियन कॉलोनी
- नगर निगम के वार्ड संख्या 21, 24, 25, 26 और 27
सुविधाएं और तकनीकी विशेषताएं
इस सड़क को न केवल यातायात के लिए तैयार किया जा रहा है, बल्कि इसे स्मार्ट और टिकाऊ बनाने के लिए निम्नलिखित सुविधाएं भी जोड़ी जा रही हैं:
- स्ट्रीटलाइट्स और साइनबोर्ड्स
- सुंदर लैंडस्केपिंग
- जलनिकासी के लिए 3 डीसिल्टिंग चैंबर
- 4 स्लुइस गेट्स और 2 रैंप
- मॉनसून में जलजमाव को रोकने की खास व्यवस्था