नई दिल्ली। पाकिस्तान ने शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में ड्रोन हमलों का दुस्साहस किया, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों की मुस्तैदी के सामने उसकी हर चाल नाकाम रही। सेना ने एक बार फिर दृढ़ता से जवाब देते हुए पाकिस्तानी ड्रोन को हवा में ही मार गिराया।
26 शहरों को बनाया निशाना, एयरबेस और सेंसिटिव इलाकों पर हमला
शाम करीब 7 बजे के बाद पाकिस्तान ने श्रीनगर एयरपोर्ट और अवंतीपोरा एयरबेस समेत जम्मू, सांबा, बारामूला, पठानकोट, फिरोजपुर, फाजिल्का, गुरदासपुर, जैसलमेर और बाड़मेर जैसे 26 से ज्यादा शहरों को निशाना बनाया।
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, यह भारत की वायु रक्षा प्रणाली की ताकत परखने और खुफिया जानकारी जुटाने का प्रयास था।
ब्लैकआउट और धमाकों से दहशत
जम्मू में दो जोरदार धमाकों के बाद इलाके की बिजली काट दी गई। सुरक्षा एजेंसियों ने तत्काल हरकत में आते हुए संभावित टारगेट्स की सुरक्षा बढ़ा दी।
पंजाब के फिरोजपुर, पठानकोट, अमृतसर और होशियारपुर में ब्लैकआउट किया गया। फिरोजपुर में एक कार पर ड्रोन गिरने से तीन लोग घायल हुए।
एलओसी पर फायरिंग, जवान शहीद और दो ग्रामीणों की मौत
जम्मू-कश्मीर के पुंछ, आरएसपुरा और अवंतीपोरा में देर रात तक भारी गोलीबारी जारी रही। पुंछ के अग्रिम क्षेत्रों में पाकिस्तान की गोलाबारी में दो ग्रामीणों की मौत हो गई और एक भारतीय जवान शहीद हो गया। सेना ने जवाबी कार्रवाई कर मोर्चे पर डटे रहने का संदेश दिया।
ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी साझा
शुक्रवार शाम को विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर “ऑपरेशन सिंदूर” की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि गुरुवार शाम पाकिस्तान की ओर से 300-400 ड्रोन हमले किए गए, जिन्हें लेह से लेकर सर क्रीक तक 36 स्थानों पर नाकाम किया गया।
24 हवाई अड्डे 14 मई तक रहेंगे बंद
सरकार ने सीमा से लगे 24 हवाई अड्डों को एहतियातन 14 मई की रात तक बंद रखने का निर्णय लिया है। पहले यह पाबंदी 10 मई तक थी, जिसे अब सुरक्षा कारणों से बढ़ा दिया गया है।
पीएम की उच्चस्तरीय बैठक, जवाबी रणनीति पर चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार देर रात राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, एनएसए अजीत डोभाल, सीडीएस अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल हुए। इसमें पाकिस्तान को जवाब देने की रणनीति और भविष्य के कदमों पर विचार किया गया।
गृह मंत्री अमित शाह ने भी सीमा और हवाई अड्डों की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। इससे पहले रक्षा मंत्री ने सैन्य अधिकारियों के साथ हालात की विस्तृत समीक्षा की।