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प्रयास व्यक्तिगत उद्यम योजना पर राज्यस्तरीय कार्यशाला का आयोजन

ByKumar Aditya

जून 11, 2025
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पटना, 11 जून 2025।बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति (जीविका), भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI) और वुमन वर्ल्ड बैंकिंग के संयुक्त तत्वावधान में प्रयास व्यक्तिगत उद्यम योजना पर एक दिवसीय राज्यस्तरीय कार्यशाला का आयोजन राजधानी पटना में किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं, विशेष रूप से स्वयं सहायता समूहों (SHGs) की सदस्यों को व्यक्तिगत ऋण के माध्यम से छोटे-छोटे उद्यम स्थापित करने के लिए प्रेरित करना और उन्हें आवश्यक मार्गदर्शन उपलब्ध कराना रहा।

कार्यशाला में वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी

इस अवसर पर जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी श्री हिमांशु शर्मा, SIDBI के मुख्य महाप्रबंधक श्री सत्यकी रस्तोगी और वुमन वर्ल्ड बैंकिंग की क्षेत्रीय प्रमुख श्रीमती कल्पना अय्यन ने भाग लिया। इनके अलावा राज्य स्तर के विभिन्न विभागीय प्रतिनिधि, जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक, संकुल स्तरीय संघों की अध्यक्षाएं एवं बड़ी संख्या में समूह की महिलाएं भी मौजूद रहीं।

महिलाओं को उद्यमिता की ओर प्रोत्साहन

प्रयास योजना का मकसद समूह आधारित वित्तीय समावेशन से आगे बढ़ते हुए व्यक्तिगत ऋण सुविधा के माध्यम से महिलाओं को उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित करना है। योजना के तहत महिलाओं को 50 हजार रुपये से लेकर 2 लाख रुपये तक का ऋण संकुल स्तरीय संघों के माध्यम से उपलब्ध कराया जा रहा है। यह योजना सिलाई, दुकानदारी, पशुपालन, कृषि आधारित उद्यम, प्रसंस्करण, खाद्य उत्पाद निर्माण आदि क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाने की इच्छुक महिलाओं के लिए एक नया अवसर है।

कार्यशाला में योजना की प्रक्रिया, सफलता की कहानियां, बैंक सहयोग की भूमिका और महिला सशक्तिकरण की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई।

जीविका की प्राथमिकता आर्थिक आत्मनिर्भरता

जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी श्री हिमांशु शर्मा ने कहा,
“महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना हमारी प्राथमिकता है। समूह आधारित वित्त पोषण को सफलतापूर्वक लागू करने के बाद अब उन्हें व्यक्तिगत उद्यम के लिए प्रोत्साहित करना जरूरी है। प्रयास योजना इसी दिशा में एक अहम पहल है।”

उन्होंने यह भी बताया कि जीविका समूहों की ऋण वापसी दर 99 प्रतिशत से अधिक है, जिससे बैंकों का भी सामुदायिक संगठनों पर भरोसा बढ़ा है।

SIDBI और वुमन वर्ल्ड बैंकिंग का सहयोग

SIDBI के मुख्य महाप्रबंधक श्री सत्यकी रस्तोगी ने कहा कि बिहार की महिलाएं अब केवल घरेलू कार्यों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि आर्थिक गतिविधियों में भी आगे आ रही हैं। उन्होंने बैंकिंग संस्थानों से महिलाओं के लिए ऋण प्रक्रिया को और अधिक सहज और संवेदनशील बनाने का आह्वान किया।

वहीं, वुमन वर्ल्ड बैंकिंग की क्षेत्रीय प्रमुख श्रीमती कल्पना अय्यन ने बताया कि दुनिया भर में महिलाओं की आर्थिक भागीदारी तेजी से बढ़ रही है और बिहार में जीविका के माध्यम से इस दिशा में बेहतरीन काम हो रहा है। उन्होंने जानकारी दी कि योजना के अंतर्गत अब तक 4 जिलों में लगभग 7 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया गया है।

सफलता की कहानियों ने बढ़ाया उत्साह

कार्यशाला के दौरान बिहार के विभिन्न जिलों से आई महिलाओं ने अपनी सफलता की कहानियां साझा कीं। पटना जिले की साधना देवी ने बताया कि उन्हें 1 लाख रुपये का व्यक्तिगत ऋण मिला, जिससे उन्होंने अगरबत्ती निर्माण इकाई शुरू की। आज वह तीन अन्य महिलाओं को रोजगार भी दे रही हैं।

योजना के विस्तार की घोषणा

कार्यशाला में यह निर्णय लिया गया कि राज्य के अन्य जिलों में भी प्रयास योजना के तहत विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके अंतर्गत समुदाय स्तर पर कार्यशालाएं, प्रशिक्षण और व्यक्तिगत उद्यम के इच्छुक महिलाओं की पहचान कर उन्हें समुचित सहायता और मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।

नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने का संकल्प

कार्यशाला में भाग लेने वाली महिलाओं के चेहरे पर आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की आकांक्षा साफ झलक रही थी। प्रयास योजना न केवल उनके आर्थिक जीवन को सशक्त बनाएगी, बल्कि उन्हें समाज में एक स्वतंत्र और सशक्त पहचान भी दिलाएगी।


 

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