भागलपुर।भाजपा की भागलपुर इकाई में इस बार विधानसभा चुनाव से पहले ही बगावत की लहर तेज हो गई है। पार्टी द्वारा रोहित पांडे को भागलपुर विधानसभा से प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद दो वरिष्ठ चेहरे खुलकर मैदान में उतर आए हैं।
उम्मीदवार की घोषणा के महज एक घंटे के भीतर ही पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत चौबे ने सदर अनुमंडल कार्यालय पहुंचकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन रसीद कटवा दी।
इसके बाद बुधवार को भाजपा की राज्य मीडिया पैनलिस्ट डॉ. प्रीति शेखर ने भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपनी नामांकन राशि जमा कर दी। पार्टी में उनकी सक्रियता और संगठन में लंबे जुड़ाव को देखते हुए इस कदम ने भाजपा नेतृत्व को असहज स्थिति में डाल दिया है।
स्थानीय कार्यकर्ताओं के अनुसार, डॉ. प्रीति शेखर के निर्दलीय मैदान में उतरने से भाजपा का वोट बैंक विभाजित होने की संभावना बढ़ गई है। वहीं समर्थक इसे “न्याय की लड़ाई” बता रहे हैं।
अब देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा आलाकमान इस बगावत को कैसे थामता है और भागलपुर की राजनीतिक जंग में यह असंतोष किस करवट बैठता है।


