बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश सरकार ने सत्ताधारी गठबंधन के प्रखंड स्तरीय नेताओं को सेट कर दिया है. सभी जिलों में प्रखंड स्तरीय कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति का गठन किया गया है. इस कमेटी में प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व 13 सदस्य शामिल हैं. यानि प्रखंड स्तरीय कमेटी 15 सदस्यों की होगी. इसके अलावे सांसद-विधायक-विधान पार्षद, प्रमुख व प्रखंड-अनुमंडल स्तरीय अधिकारी पदेन सदस्य होंगे. प्रखंड विकास पदाधिकारी इस कमेटी के सदस्य सचिव बनाए गए हैं.
भाजपा-जेडीयू के कार्यकर्ता हुए एडजस्ट…
सूबे के सभी जिलों मे जितने प्रखंड हैं, सभी में प्रखंड कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति का गठन किया गय़ा है. जिसमें हजारों राजनैतिक कार्यकर्ताओं को सरकारी सिस्टम में एडजस्ट किया गया है. लंबे समय से प्रखंड स्तरीय बीस सूत्री कमेटी के गठन की मांग की जा रही थी. अब जाकर नीतीश सरकार यह कमेटी बनाई है. कैबिनेट सचिवालय की तरफ से अधिसूचना जारी कर दी गई है. कमेटी में जेडीयू और भाजपा के नेताओं को शामिल किया गया है.
प्रखंड बीस सूत्री कमेटी में 15 सदस्यों के अलावे उक्त प्रखंड के लोकसभा सदस्य पदेन सदस्य होंगे .राज्यसभा के वैसे सदस्य जिनका गृह क्षेत्र उक्त प्रखंड होगा, वे भी पदेन सदस्य होंगे. प्रखंड के विधायक भी सदस्य होंगे. विधान परिषद के वैसे सदस्य जिनका गृह प्रखंड उक्त ब्लॉक में होगा वे भी पदेन सदस्य होंगे. पंचायत समिति के अध्यक्ष पदेन सदस्य, अनुमंडल स्तरीय सभी प्रशासनिक, तकनीकी पदाधिकारी सहित प्रखंड के अधिकारी सदस्य होंगे. प्रखंड में कार्यरत विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबंधक पदेन सदस्य होंगे .अंचल अधिकारी पदेन सदस्य होंगे. प्रखंड विकास पदाधिकारी इस कमेटी के सदस्य सचिव होंगे.