नवगछिया (भागलपुर)। जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में मंगलवार सुबह आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान नवगछिया के भिठा गांव निवासी सेना के जवान संतोष कुमार (45) गोली लगने से वीरगति को प्राप्त हो गए। संतोष इस्माइलपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले थे। उनके बलिदान की सूचना मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई और परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
सूत्रों के अनुसार, नौशेरा सेक्टर के समीप आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर सेना का ऑपरेशन चल रहा था, इसी दौरान आतंकियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। जवान संतोष कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन जान नहीं बच सकी।
23 वर्षों से सेना में कर रहे थे सेवा
परिजनों ने बताया कि संतोष कुमार वर्ष 2001 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे और पिछले 23 वर्षों से देश की सेवा कर रहे थे। दो माह पहले ही वे छुट्टी में घर आए थे और सेवानिवृत्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। वे अब अपने बच्चों की पढ़ाई और माता-पिता की सेवा में समय देना चाहते थे।
चार संतानों के पिता थे संतोष
बलिदानी संतोष कुमार चार बच्चों के पिता थे। उनकी बड़ी बेटी ने हाल ही में CBSE की 10वीं परीक्षा पास की है, जबकि सबसे छोटा बेटा सिर्फ पांच साल का है। घटना की सुबह पत्नी गुड़िया देवी बच्चों को स्कूल भेजने की तैयारी में थीं, तभी उन्हें यह हृदयविदारक सूचना मिली।
परिवार की रीढ़ थे संतोष
परिजनों के अनुसार, संतोष कुमार तीन भाइयों में सबसे बड़े थे और पूरे परिवार की आर्थिक और सामाजिक जिम्मेदारियों का बोझ उन्हीं पर था। उनके छोटे भाई अभिनव कुमार ने बताया कि “भैया पूरे परिवार का सहारा थे। पिता और मां की तबीयत भी अब ठीक नहीं है।”
पूरा गांव बलिदान को नमन कर रहा है और स्थानीय प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि परिवार को समुचित सहायता एवं सम्मान मिले।


