पटना, बिहार | 12 जून 2025
बिहार में शिक्षकों के स्वैच्छिक स्थानांतरण प्रक्रिया के तहत एक बड़ा मोड़ सामने आया है। राज्य शिक्षा विभाग द्वारा शुरू की गई इस पहल के तहत हजारों शिक्षकों को अपनी पसंद की पोस्टिंग नहीं मिल पाई, जिसके चलते 6390 शिक्षकों ने अपने ट्रांसफर आवेदन वापस ले लिए हैं।
किन जिलों से सबसे ज्यादा आवेदन रद्द हुए?
आंकड़ों के अनुसार, सबसे ज्यादा आवेदन दरभंगा और पश्चिम चंपारण जिलों से रद्द हुए हैं, जहाँ से 331-331 शिक्षकों ने अपने ट्रांसफर आवेदन को वापस लिया। इनके बाद क्रमशः मुजफ्फरपुर (324), समस्तीपुर (277) और पटना (257) जिलों में भी बड़ी संख्या में आवेदन रद्द हुए हैं।
ई-शिक्षाकोष पोर्टल बना आसान विकल्प
शिक्षा विभाग ने 5 जून 2025 से ई-शिक्षाकोष पोर्टल के माध्यम से ट्रांसफर आवेदन वापस लेने की सुविधा शुरू की थी। शिक्षक अपनी टीचर आईडी और पासवर्ड का उपयोग कर लॉगिन करके यह प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। जिन्होंने यह प्रक्रिया पूरी की, वे अब अपने वर्तमान विद्यालय में ही कार्यरत रहेंगे।
ट्रांसफर प्रक्रिया का हाल
दिसंबर 2024 में शुरू हुई इस प्रक्रिया के तहत करीब 1.90 लाख शिक्षकों ने स्वैच्छिक तबादले के लिए आवेदन दिया था। इनमें से 1.30 लाख शिक्षकों को नए जिले आवंटित कर दिए गए हैं और अब तक करीब 50,000 शिक्षकों को स्कूल आवंटन भी हो चुका है।
आवेदन वापस लेने वालों में कौन-कौन शामिल?
6390 शिक्षकों में से:
- 5083 शिक्षक ऐसे थे जिन्हें अभी तक स्कूल आवंटित नहीं हुए थे।
- 1307 शिक्षक वे हैं जिन्हें नई पोस्टिंग मिल चुकी थी, लेकिन उन्होंने आवेदन वापस लेकर पुरानी पोस्टिंग पर ही बने रहना बेहतर समझा।
शेष शिक्षकों को जल्द मिलेगा ट्रांसफर लेटर
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने बताया कि 20 जून 2025 से शेष शिक्षकों को नए स्कूलों के लिए ट्रांसफर लेटर जारी करना शुरू किया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी और ऑनलाइन बनाया गया है। जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे समयबद्ध तरीके से स्कूल आवंटन सुनिश्चित करें।