बिहार में गर्मी और उमस ने लोगों को बेहाल कर रखा है। बुधवार शाम आसमान में घने काले बादलों की दस्तक और गर्जना से बारिश की उम्मीद जगी, लेकिन बारिश नहीं हुई। वहीं, पूर्वी हवाएं करीब 12 से 15 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलीं, जिसने मौसम को और अधिक नम बना दिया।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून जल्द ही केरल में दस्तक देने वाला है। यदि वर्तमान मौसमीय परिस्थितियां बनी रहती हैं, तो 15 जून तक मानसून बिहार पहुंच सकता है। इससे पहले, प्रदेशवासियों को गर्मी और उमस से अभी कुछ दिन और जूझना पड़ेगा।
डॉ. बीरेंद्र कुमार का पूर्वानुमान: 25 मई तक बादल और हल्की बारिश संभव
बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के मौसम वैज्ञानिक डॉ. बीरेंद्र कुमार ने बताया कि बुधवार को प्राप्त उपग्रह चित्र, मौसमीय मॉडल और अन्य विश्लेषण के आधार पर यह स्पष्ट है कि मध्य असम के ऊपर समुद्र तल से लगभग डेढ़ किमी ऊंचाई तक एक उच्च वायुमंडलीय चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है।
इस मौसमी प्रणाली के प्रभाव से 25 मई तक राज्य के अधिकांश जिलों में आंशिक बदरी बनी रहेगी। कुछ इलाकों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी भी हो सकती है।
फिलहाल राहत नहीं, बढ़ेगी उमस
बढ़ती आर्द्रता के कारण प्रदेश में फिलहाल उमस से राहत मिलती नहीं दिख रही। मौसम विभाग का कहना है कि पूर्वी हवाओं के चलते वातावरण में नमी बनी रहेगी, जिससे तापमान सामान्य के आसपास रहने के बावजूद लोग पसीने-पसीने रहेंगे।