नई दिल्ली, 6 मई 2025 : पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। भारत सरकार ने सिंधु जल संधि को रद्द कर पाकिस्तान के प्रति सख्त रुख अपनाया है, जिसके बाद अब दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात बनते दिखाई दे रहे हैं। इसी संदर्भ में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 7 मई को देशभर के 244 चिन्हित जिलों में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित करने के आदेश जारी किए हैं।
युद्ध जैसी तैयारी के तहत मॉक ड्रिल का आयोजन
गृह मंत्रालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार, 7 मई को युद्ध के हालात की तैयारियों को परखने के लिए देश के कई हिस्सों में मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। इसमें सायरन बजाना, नागरिकों को आपातकालीन परिस्थितियों में व्यवहार की ट्रेनिंग देना, ब्लैकआउट अभ्यास, कैमोफ्लाज व्यवस्था और निकासी योजनाओं का परीक्षण शामिल होगा।
सभी प्रमुख एजेंसियां होंगी शामिल
इस मॉक ड्रिल में जिला अधिकारी, सिविल डिफेंस वार्डन, होम गार्ड, एनसीसी, एनएसएस, एनवाईकेएस, साथ ही कॉलेज और स्कूलों के छात्र भी हिस्सा लेंगे। गृह मंत्रालय का कहना है कि इसका उद्देश्य आपात स्थितियों में विभिन्न एजेंसियों के बीच तालमेल और प्रतिक्रिया समय की जांच करना है।
54 साल बाद हो रही है देशव्यापी मॉक ड्रिल
इतने बड़े पैमाने पर नागरिक सुरक्षा से जुड़ी मॉक ड्रिल 54 वर्षों के बाद की जा रही है। इससे पहले इस तरह का आयोजन 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान देखा गया था। यह मॉक ड्रिल मौजूदा भू-राजनीतिक हालात में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
सिंधु जल संधि रद्द करने से और भड़का पाकिस्तान
भारत द्वारा 1960 की सिंधु जल संधि को स्थगित करने के बाद पाकिस्तान की प्रतिक्रिया काफी आक्रामक रही है। पाकिस्तान ने इस कदम को “युद्ध की कार्रवाई” करार दिया है। भारत का यह निर्णय ऐतिहासिक है, क्योंकि 1965, 1971 और 1999 के कारगिल युद्ध के समय भी यह संधि रद्द नहीं की गई थी।