कांग्रेस नेता और एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैया कुमार ने गुरुवार को बिहार में बढ़ते पलायन, बेरोजगारी और शिक्षा व्यवस्था की बदहाली को लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि राज्य में शिक्षकों के दो लाख से अधिक पद खाली हैं, लेकिन सरकार इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।
पटना स्थित सदाकत आश्रम में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कन्हैया ने कहा, “बिहार से लगातार पलायन हो रहा है। युवा रोजी-रोजगार के लिए अन्य राज्यों का रुख कर रहे हैं। महंगाई, भ्रष्टाचार और अपराध चरम पर है। सरकार सिर्फ आंकड़ों से जनता को भरमाने में लगी है।”
उन्होंने बताया कि पिछले 26 दिनों में ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ यात्रा के माध्यम से उन्होंने राज्य के कई जिलों का दौरा किया। यात्रा के अंतिम दिन शुक्रवार को कांग्रेस नेता सचिन पायलट भी शामिल होंगे। इस दौरान जिलों में लोगों से मिली समस्याओं की सूची मुख्यमंत्री को सौंपी जाएगी।
“तेजस्वी को न्योता नहीं, सभी का स्वागत है”
तेजस्वी को यात्रा में आमंत्रण न दिए जाने के सवाल पर कन्हैया ने कहा, “यह किसी एक पार्टी का अभियान नहीं, बिहार की जनता की आवाज है। जो भी इस आवाज से जुड़ना चाहे, उसका स्वागत है।” उन्होंने कहा कि बिहार की मूल समस्याएं रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य हैं, और इन्हीं मुद्दों पर संवाद होना चाहिए।
“गृहमंत्री ने बेटे को बनाया ICC अध्यक्ष”
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कन्हैया कुमार ने कहा, “गृहमंत्री अमित शाह ने अपने बेटे को आईसीसी का चेयरमैन बना दिया। देश में योग्यता नहीं, परिवारवाद हावी है।”
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का सरकार पर हमला
इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “विपक्ष की बात सुनना तो दूर, शांतिपूर्ण आंदोलन करने वालों पर भी सरकार लाठी बरसाती है। लोकतंत्र की आवाज को दबाया जा रहा है।”
कार्यक्रम में फुटकर दुकानदार संघ की ओर से कपिल प्रसाद गुप्ता और बीपीएससी अभ्यर्थियों की ओर से खुशी कुमारी ने अपनी समस्याएं रखीं। इस दौरान कांग्रेस के सह प्रभारी शहनवाज आलम, सुशील कुमार पासी और राजेश राठौड़ भी मौजूद रहे।