बिहार के विभिन्न जिलों में विजिलेंस विभाग की छापेमारी लगातार जारी है। शिकायत मिलते ही निगरानी विभाग की टीमें सक्रिय होकर त्वरित कार्रवाई करती हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को सिवान में भ्रष्टाचार के एक मामले में विजिलेंस टीम ने बड़ी कार्रवाई की है।
गोपालपुर में प्राइवेट ऑफिस पर छापा
हसनपुरा प्रखंड के गोपालपुर गांव में विजिलेंस की छह सदस्यीय टीम ने छापेमारी की। यह कार्रवाई हसनपुरा अंचल के राजस्व कर्मचारी दिलीप कुमार सिन्हा के प्राइवेट ऑफिस में की गई। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि कार्य निपटाने के बदले 65,000 रुपये की अवैध मांग की गई थी। शिकायत मिलने पर विजिलेंस टीम ने तुरंत जाल बिछाया।
15 हजार रुपये लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, कंप्यूटर ऑपरेटर भी पकड़ा गया
विजिलेंस टीम ने शुक्रवार को राजस्व कर्मचारी दिलीप कुमार सिन्हा को 15 हजार रुपये की घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। मौके पर मौजूद निजी कंप्यूटर ऑपरेटर धनंजय को भी हिरासत में लिया गया।
छापेमारी के दौरान ऑफिस के बाहर खड़ी एक कार भी जब्त की गई, जिसे स्थानीय थाने की सुपुर्दगी में दे दिया गया है।
पूरे विभाग में हड़कंप
डीएसपी श्याम बाबू के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई के बाद कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। गिरफ्तार कर्मचारी से पहले सिवान के अतिथि गृह में पूछताछ की गई, जिसके बाद उसे पटना ले जाया गया।
शिकायत थी 65 हजार की अवैध मांग की
शिकायतकर्ता श्रेषराज सिंह ने 10 नवंबर को विजिलेंस में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि परिमार्जन के नाम पर दिलीप सिन्हा 65,000 रुपये की मांग कर रहे थे और पैसा न देने पर उनके आवेदन को दो बार रद्द भी कर चुके थे। बाद में दिलीप ने “पार्ट वाइज” पैसे लेने की बात कही और पहले चरण में 15,000 रुपये की मांग की थी।
जांच के बाद कार्रवाई, अब भेजा जाएगा जेल
विजिलेंस डीएसपी ने बताया कि शिकायत की गोपनीय जांच कराई गई और आरोप सही पाए गए। इसके बाद 26 नवंबर को दिलीप के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। शुक्रवार को तय योजना के तहत टीम ने आरोपी को रंगे हाथों पकड़ लिया।
डीएसपी श्याम बाबू के अनुसार, आरोपी दिलीप और ऑपरेटर धनंजय से विस्तृत पूछताछ की जा रही है। जांच पूरी होने पर दोनों को पटना ले जाया जाएगा और दोषी पाए जाने पर जेल भेजने की प्रक्रिया की जाएगी।






