पटना। बिहार के अलग-अलग हिस्सों में बुधवार को वज्रपात (ठनका) की चपेट में आकर आठ लोगों की मौत हो गई। मृतकों में पूर्वी बिहार के जमुई, मुंगेर और बांका जिले से एक-एक व्यक्ति शामिल हैं। मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों में वज्रपात और आंधी को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है।
पूर्वी बिहार में तीन की मौत
जमुई जिले के झाझा में बुधवार दोपहर बारिश के दौरान 34 वर्षीय एक युवक की वज्रपात से मौत हो गई।
मुंगेर के संग्रामपुर प्रखंड अंतर्गत दुर्गापुर गांव में शाम को ठनका गिरने से 14 वर्षीय गोकुल कुमार की मौत हो गई।
बांका जिले के बेलहर में तेज आंधी और बारिश के दौरान वज्रपात से एक व्यक्ति की जान चली गई।
कोसी क्षेत्र में रहा सुहाना मौसम
सुपौल, सहरसा और मधेपुरा जिलों में दिनभर मौसम सुहाना रहा और बारिश के आसार बने रहे, हालांकि इन क्षेत्रों में कोई हताहत नहीं हुआ।
शेष जिलों में भी वज्रपात से मौतें
- कैमूर के अधैरा में आम के पेड़ के नीचे बैठे एक ग्रामीण की वज्रपात से मौत हो गई।
- रोहतास के नासरीगंज में भी ठनका गिरने से एक व्यक्ति की जान चली गई।
- सीतामढ़ी के परसौनी प्रखंड की कठौर पंचायत में 45 वर्षीय महिला खतीजा खातून की मौत हुई, जबकि दो बच्चे झुलस गए।
- मुजफ्फरपुर के साहेबगंज में कक्षा 9 की छात्रा नंदनी कुमारी की जान चली गई।
- पूर्वी चंपारण के केसरिया में किशोरी अजमेरी खातून (17) की ठनका से मौत हो गई।
- पश्चिमी चंपारण के लौरिया की लाकर सिसही पंचायत में कैलाश चौधरी के घर पर वज्रपात हुआ, हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ।
रेड अलर्ट और मौसम की स्थिति
मधुबनी, सीतामढ़ी और दरभंगा में वज्रपात और आंधी के लिए मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है, जो गुरुवार पूर्वाह्न तक प्रभावी रहेगा। पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण और गोपालगंज में भी तेज हवा (60 किमी/घंटा) और बारिश के चलते तात्कालिक रेड अलर्ट जारी किया गया है। बेतिया में दिन में अंधेरा छा गया और एक घंटे तक झमाझम बारिश हुई।
दक्षिण बिहार में उमस का कहर
पटना समेत दक्षिण बिहार के इलाकों में उमस भरी गर्मी ने लोगों को परेशान किया। हल्के बादल और कुछ क्षेत्रों में छिटपुट बूंदाबांदी देखने को मिली। बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवा के कारण उमस बनी रही, हालांकि राहत की बात यह रही कि राज्यभर में लू (हीट वेव) का प्रभाव नहीं रहा।