भागलपुर : कोलकाता के बड़ा बाजार स्थित ऋतुराज होटल में मंगलवार देर रात लगी भीषण आग ने 14 जिंदगियों को लील लिया। मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। दम घुटने और ऊपरी मंजिल से कूदने के कारण अधिकतर लोगों की जान गई। इस हादसे में बिहार के भागलपुर जिले के रहने वाले नीरज कुमार (30) की भी मौत हो गई।
हृदय विदारक इस घटना पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों और घायलों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
होटल बना मौत का फंदा
मध्य कोलकाता के मछुआपट्टी इलाके में स्थित चार मंजिला ऋतुराज होटल में अचानक आग लग गई। उस वक्त होटल के 42 कमरों में 88 लोग ठहरे हुए थे। आग इतनी तेजी से फैली कि कई लोग बाहर निकलने का मौका नहीं पा सके। दमकल की 10 गाड़ियों ने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक जानें जा चुकी थीं। पुलिस ने अब तक 14 लोगों की मौत की पुष्टि की है।
नीरज की पहचान और शव सौंपने में अड़चन
भागलपुर के मानिक सरकार मोहल्ले में रहने वाले नीरज जमीन के कारोबार और शेयर ट्रेडिंग से जुड़े थे। वह मूल रूप से गया जिले के रहने वाले थे। कोलकाता वे काम के सिलसिले में गए थे। सूचना मिलते ही उनकी बहन और बहनोई कोलकाता पहुंचे, लेकिन पुलिस ने शव सौंपने में रोक लगा दी।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए वार्ड संख्या 20 के पार्षद नंदिकेश शांडिल्य ने हस्तक्षेप किया। उन्होंने अपने पत्र के माध्यम से नीरज की पहचान की पुष्टि की और जोगसर थाना से कोलकाता पुलिस को मेल कराया। इसके बाद शव परिजनों को सौंपा गया।