
सिंगापुर, 27 मई 2025 | जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय झा के नेतृत्व में एक सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल इन दिनों सिंगापुर के दौरे पर है। इस प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद और खासतौर से ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत की नई रणनीति को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष स्पष्ट किया है।
मंगलवार को सिंगापुर की विदेश और गृह मामलों की वरिष्ठ राज्य मंत्री सिम एन के साथ हुई बैठक में प्रतिनिधिमंडल ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले, ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत, और सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का पक्ष मजबूती से रखा।
भारत का स्पष्ट रुख: आतंकवाद का जवाब सख्ती से दिया जाएगा
संजय झा ने कहा,
“अगर भारत पर कोई आतंकी हमला होता है, तो भारत उसका माकूल जवाब देगा और किसी भी तरह की परमाणु धमकी को सहन नहीं किया जाएगा।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि यह प्रतिनिधिमंडल भारत के विभिन्न राजनीतिक दलों का प्रतिनिधित्व करता है, जो इस बात का प्रतीक है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत पूरी तरह एकजुट है।
सिंगापुर का भारत को समर्थन
बैठक में सिम एन ने भारत को सिंगापुर की ओर से पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया और आतंकवाद के खिलाफ साझा लड़ाई में सहयोग बढ़ाने की बात कही। सिंगापुर स्थित भारतीय उच्चायोग ने भी दोनों देशों के बीच गहरे रणनीतिक संबंधों को रेखांकित किया और द्विपक्षीय सहयोग को और सुदृढ़ करने की बात कही।
UN और FATF जैसे मंचों पर समर्थन की अपील
प्रतिनिधिमंडल ने सिंगापुर से संयुक्त राष्ट्र और फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत के रुख का समर्थन करने का आग्रह किया। भारतीय उच्चायोग के अनुसार, प्रतिनिधियों ने इस बात पर बल दिया कि भारत का जवाब संतुलित, तनाव न बढ़ाने वाला और जिम्मेदार था।
सिंगापुर के नेताओं और नागरिक समाज से व्यापक बातचीत
प्रतिनिधिमंडल ने सिंगापुर सरकार, शिक्षाविदों, मीडिया और व्यवसाय जगत के वरिष्ठ प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पहलगाम हमले और भारत की जवाबी रणनीति के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
संजय झा ने अपने X (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट में लिखा:
“हमने सिंगापुर के वरिष्ठ नेताओं और बुद्धिजीवियों से व्यापक चर्चा की और आतंकवाद के खिलाफ भारत की नई नीति पर समर्थन मांगा। हम राज्य मंत्री जनिल पुथुचेरी और सांसद विक्रम नायर व शक्तिंदी सुपात की उपस्थिति और सहयोग के लिए आभारी हैं।”
प्रतिनिधिमंडल में प्रमुख नेताओं की भागीदारी
इस प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न दलों के नेता शामिल थे:
- भाजपा से अपराजिता सारंगी, बृज लाल, हेमंग जोशी, प्रदान बरुआ
- तृणमूल कांग्रेस से अभिषेक बनर्जी
- सीपीआई (एम) से राज्यसभा सदस्य जॉन बैरिटास
- कांग्रेस से वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद
- भारत के पूर्व राजदूत मोहन कुमार भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे।