नई दिल्ली, 7 मई 2025 – भारत ने आतंकवाद के खिलाफ एक और निर्णायक कदम उठाते हुए ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर उन्हें नेस्तनाबूद कर दिया। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के प्रतिशोध स्वरूप की गई है, जिसमें 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे।
पाकिस्तान में मचा हड़कंप, शुरू की LoC पर गोलीबारी
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान पूरी तरह बौखला गया है। प्रतिक्रिया स्वरूप, पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर बिना किसी उकसावे के गोलीबारी शुरू कर दी। इस अंधाधुंध फायरिंग में तीन भारतीय नागरिकों की मौत हो गई है। भारतीय सेना ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने गोलीबारी का उचित और सटीक जवाब दिया है।
पांच जिलों में संघर्ष विराम का उल्लंघन
पाकिस्तानी सेना ने कुपवाड़ा, बारामूला, पुंछ (मेंढर), राजौरी (नौशेरा, सुंदरबनी), और जम्मू के अखनूर जैसे क्षेत्रों में रातभर छोटे हथियारों से फायरिंग की। रक्षा प्रवक्ता के मुताबिक, 5-6 मई की रात पाकिस्तानी चौकियों से कई भारतीय गांवों और चौकियों को निशाना बनाया गया। यह लगातार 13वां दिन था जब पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का उल्लंघन किया।
भारत का दो-टूक संदेश
ऑपरेशन सिंदूर ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत की नीति अब केवल जवाबी कार्रवाई तक सीमित नहीं है, बल्कि अब आतंकवाद के स्रोत को जड़ से खत्म करने की रणनीति अपनाई जा रही है। भारतीय सेना और सरकार दोनों का रुख साफ है – अब हर हमले का सटीक और निर्णायक जवाब दिया जाएगा।
क्या कहता है देश?
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर देशभर में सैन्य कार्रवाई की सराहना की जा रही है। विशेषज्ञों और रक्षा विश्लेषकों का मानना है कि यह भारत का अब तक का सबसे बड़ा और योजनाबद्ध जवाब है, जो आने वाले समय में आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत संदेश साबित होगा।