खगड़िया, 23 जुलाई 2025: बिहार के खगड़िया जिले में पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध हथियार निर्माण फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। यह छापेमारी मोरकाही थाना क्षेत्र के कामाथान बहियार में की गई, जहां गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।
मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा
मोरकाही पुलिस और एसटीएफ की टीम ने गुड्डू यादव (पिता- पुलिस यादव) के घर पर छापेमारी की। गुड्डू यादव बेगूसराय जिले के साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र का निवासी है, लेकिन खगड़िया के कामाथान बहियार में खुलेआम अवैध हथियारों का निर्माण किया जा रहा था।
मौके से ये बरामदगी हुई:
- 3 पूर्ण निर्मित पिस्टल
- 3 अर्द्धनिर्मित पिस्टल
- हथियार निर्माण में प्रयुक्त ड्रिल मशीन, हथौड़ा और अन्य 31 प्रकार के उपकरण
- भारी मात्रा में कच्चा माल और पुर्जे
गिरफ्तार आरोपी कौन हैं?
पुलिस ने जिन तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, वे सभी मुंगेर जिले के रहने वाले हैं:
- इंजमामुल
- मो. वसीम
- मो. सदरूल
पुलिस ने बताया कि ये तीनों अपराधी पूर्व में भी जेल जा चुके हैं और हथियार तस्करी व निर्माण के मामलों में संलिप्त रहे हैं।
नौ तस्कर मौके से फरार
पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार के अनुसार, छापेमारी के समय नौ अन्य तस्कर मौके से फरार हो गए। उनकी गिरफ्तारी के लिए सघन छापेमारी जारी है। उन्होंने कहा कि इस नेटवर्क का विस्तार काफी बड़ा हो सकता है, जिसकी जांच तेज़ कर दी गई है।
एसपी राकेश कुमार ने क्या कहा?
“गिरफ्तार सभी आरोपी अवैध हथियार निर्माण में पेशेवर हैं और मुंगेर से जुड़ा नेटवर्क चला रहे थे। इस तरह की गतिविधियों में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। आगे भी लगातार छापेमारी जारी रहेगी।” – राकेश कुमार, एसपी खगड़िया
पृष्ठभूमि: बिहार में अवैध हथियार तस्करी का गढ़ बना मुंगेर-खगड़िया बेल्ट
बिहार के मुंगेर, बेगूसराय, खगड़िया और लखीसराय जैसे ज़िले लंबे समय से अवैध हथियार निर्माण और तस्करी के लिए कुख्यात रहे हैं। हाल के वर्षों में एसटीएफ और पुलिस ने कई गन फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ किया है, लेकिन नए नेटवर्क बार-बार उभरते रहे हैं।
इस छापेमारी ने बिहार में गहरे फैले अवैध हथियार नेटवर्क पर एक बार फिर प्रकाश डाला है। पुलिस और एसटीएफ की सख्त कार्रवाई से उम्मीद है कि अपराधियों के मन में डर पैदा होगा और हथियार तस्करी पर अंकुश लगेगा।


