मुजफ्फरपुर | ब्यूरो रिपोर्ट
बिहार के मुजफ्फरपुर कोर्ट परिसर में बुधवार को लव जिहाद से जुड़े एक मामले ने तूल पकड़ लिया। कोर्ट में एक मुस्लिम युवक द्वारा एक नाबालिग हिंदू लड़की को बहला-फुसला कर भगाने के आरोप में जोरदार हंगामा हुआ। यह हाई वोल्टेज ड्रामा करीब आधे घंटे तक चला, जिसमें लड़की के परिजन और सगे-संबंधी शामिल रहे। कोर्ट और पुलिस को हालात काबू में लाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
बुर्का पहनाकर लाई गई थी लड़की
पुलिस बुधवार को लड़की और आरोपी युवक मोहम्मद आजाद को कोर्ट में बयान दर्ज कराने के लिए लाई थी। लड़की बुर्का में थी, जिससे उसकी पहचान छुपी रहे। जैसे ही परिजनों को इसकी जानकारी मिली, लड़की की मां रिश्तेदारों को लेकर कोर्ट पहुंच गई और वहां जोरदार हंगामा किया।
मां ने लगाए पुलिस पर गंभीर आरोप
लड़की की मां ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मेरी बेटी नाबालिग है। उसका आधार कार्ड बदलकर उसे 18 साल का दिखाया गया है जबकि उसकी उम्र सिर्फ 16 साल है। पुलिस लड़के से मोटी रकम लेकर उसे बचा रही है। ढाई महीने बाद मेरी बेटी मिली है और अब यह कहा जा रहा है कि वह बालिग है।”
मां का कहना है कि किसी भी सूरत में वह अपनी बेटी को मुस्लिम युवक के साथ नहीं जाने देगी। उनका यह भी आरोप है कि पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए कोई उचित कार्रवाई नहीं की।
वकील बोले – बढ़ रहे हैं लव जिहाद के मामले
मानवाधिकार मामलों के जानकार वकील एस. के. झा ने कहा, “मुजफ्फरपुर में इस तरह के मामले तेजी से बढ़े हैं। साजिश के तहत मुस्लिम युवक हिंदू लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर कर रहे हैं। यह चिंता का विषय है और प्रशासन को इस पर सख्त कदम उठाने की जरूरत है।”
क्या है मामला?
जानकारी के अनुसार, अहियापुर थाना क्षेत्र का रहने वाला मोहम्मद आजाद 6 फरवरी 2025 को एक हिंदू नाबालिग लड़की को लेकर फरार हो गया था। लड़की के परिजनों ने आजाद और उसके भाई सज्जाद के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कराया था। पुलिस ने करीब ढाई महीने की तलाश के बाद दोनों को बरामद कर कोर्ट में पेश किया।
कोर्ट परिसर में तनाव का माहौल
कोर्ट परिसर में जैसे ही लड़की और आरोपी युवक को लाया गया, हंगामा शुरू हो गया। लड़की के परिजनों ने युवक पर हमला करने की भी कोशिश की, लेकिन पुलिस ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया। कुछ देर के लिए कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
जांच जारी, परिजनों की मांग- हो निष्पक्ष कार्रवाई
लड़की के परिजनों ने मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और आधार कार्ड में की गई हेराफेरी की भी जांच की जाए। उनका कहना है कि यदि लड़की नाबालिग साबित होती है, तो युवक पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।