ताजा मामला पटना के जानीपुर थाना क्षेत्र का है, जहां पुलिस ने एक रिजॉर्ट में छापेमारी कर तीन मशहूर डॉक्टरों को शराब पार्टी करते हुए गिरफ्तार किया है. यह घटना शनिवार रात की है, जब पुलिस को सूचना मिली थी कि जानीपुर क्षेत्र स्थित नकटी भवानी के पास स्थित रिजॉर्ट में शराब पार्टी हो रही है, जिसमें बार-बाला मौजूद थी.
गिरफ्तार डॉक्टरों की हुई पहचान: पुलिस ने जब रिजॉर्ट में छापेमारी की तो तीन डॉक्टरों को शराब पीते हुए पकड़ा गया. इन डॉक्टरों की पहचान अजय कुमार, रणविजय कुमार और संदीप कुमार के रूप में की गई है. डॉ. अजय कुमार समस्तीपुर के रहने वाले हैं और पटना में एक निजी अस्पताल चलाते हैं. डॉ. रणविजय कुमार भी समस्तीपुर के ही निवासी हैं, जबकि डॉ. संदीप कुमार छपरा के रहने वाले बताए जा रहे हैं.
क्या कहते हैं एसपी?: जानीपुर थाना के थानाध्यक्ष बलबीर सिंह के मुताबिक तीनों डॉक्टरों को शराब पीते हुए पकड़ा गया और उनकी मेडिकल जांच कराई गई. जिसमें शराब पीने की पुष्टि हो गई है. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. हालांकि कुछ अन्य लोग जिनके शराब पीने की पुष्टी नहीं हुई है, उन्हें छोड़ दिया गया है. वहीं सीनियर एसपी पटना अवकाश कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर रिजॉर्ट में छापेमारी की गई थी, जहां शराब पार्टी चल रही थी. पुलिस इस मामले में रिजॉर्ट के मालिक और अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच कर रही है. फिलहाल आगे की कार्रवाई की जा रही है.
“पुलिस को सूचना मिली थी कि एक रिजॉर्ट में शराब की पार्टी चल रही है. इसी सूचना पर पुलिस ने छापेमारी की और तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. शराब की बोतल भी बरामद की गई है. मामले में डीएसपी फुलवारी शरीफ जांच कर रहे हैं.”–अवकाश कुमार, सीनियर एसपी, पटना
शराबबंदी कानून क्या है: बता दें कि बिहार में पिछले 9 सालों से पूर्ण शराबबंदी है. वहीं जो लोग शराबबंदी कानून को तोड़ते हैं, उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाता है. अब तक कई लोग सलाखों के पीछे है. बिहार में शराबबंदी कानून के तहत दस साल की सजा को कम करके पांच साल कर दिया गया था. अप्रैल 2022 में इस कानून में एक बड़ा बदलाव किया गया, जिसके तहत पहली बार शराब पीकर पकड़े जाने वाले लोगों के लिए 2000 से 5000 रुपये तक जुर्माना भड़कर सजा से बचने का प्रावधान दिया गया. इसके पहले लोगों को सीधा जेल जाना पड़ता था.
भोजपुर में दिखा शराब तस्करी का नायाब तरीका: बता दें कि भोजपुर में होली को लेकर बीते शनिवार को गुप्त सूचना के आधार पर मद्य निषेध विभाग की टीम तलाशी ले रही थी. इसी दौरान पुलिस की वर्दी पहनकर शराब की तस्करी करने जा रहे फर्जी दरोगा को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी की पहचान आरके पराशर के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के बलिया से सफारी गाड़ी में शराब लादकर छपरा जा रहा था.
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