खगड़िया जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कुतुबपुर गांव में रविवार रात खुशियों का माहौल उस समय मातम में बदल गया जब निकाह की रस्म के दौरान की गई हर्ष फायरिंग में दूल्हे के गले में गोली लग गई और उसकी मौत हो गई। घटना निकाह मंच पर ही हुई, जहां दूल्हा–दुल्हन दोनों कुतुबपुर के रहने वाले थे।
मंच पर रस्में चल रहीं थीं, तभी चली मौत की गोली
मृत दूल्हे मोहम्मद इरशाद, पिता मोहम्मद इबरान, का उसी गांव की रुखसार खातून से निकाह हो रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इमाम साहब छुहारा बांट रहे थे, डब्बा वितरण भी हो चुका था, तभी गांव का ही युवक पल्लू हर्ष फायरिंग करने लगा।
पहला फायर हवा में किया गया जिस पर लोग डरकर उसे रोकने लगे। लेकिन उसने दूसरी गोली लोड करते हुए ही ट्रिगर दबा दिया और गोली सीधे मंच पर बैठे दूल्हे के गले में जा लगी। मौके पर कोहराम मच गया।
अस्पतालों के चक्कर में टूट गई सांसे
इरशाद को पहले खगड़िया के नेक्टर अस्पताल ले जाया गया, वहां से बेगूसराय और फिर पटना रेफर कर दिया गया।
पटना पहुंचने से पहले ही रास्ते में दूल्हे की मौत हो गई।
परिजनों का आरोप है कि समय पर बेहतर इलाज मिलता तो शायद उसकी जान बच जाती।
“घर बसने से पहले घर उजड़ गया”
दूल्हे के बड़े भाई मोहम्मद शमशाद ने बताया:
“पल्लू नशे में था, अवैध पिस्टल लेकर फायर कर रहा था। सबने मना किया, फिर भी गोली लोड की और ट्रिगर दब गया। सीधा मेरे भाई के गले में लगी। अभी तो शादी की खुशियाँ थीं, अब लाश घर आई है।”
दुल्हन रुखसार सदमे में बार-बार बेहोश हो रही हैं।
आरोपी पल्लू फरार, हत्या का मामला दर्ज
दूल्हे का शव सोमवार सुबह खगड़िया सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए लाया गया।
आरोपी पल्लू फरार है और पुलिस ने हत्या व आर्म्स एक्ट में केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि हथियार बरामदगी के लिए दबिश दी जा रही है।
बिहार में हर्ष फायरिंग पर कब लगेगी लगाम?
यह कोई पहला मामला नहीं है जब शादी-ब्याह में हर्ष फायरिंग ने किसी परिवार की खुशियाँ बिखेर दी हों।
चेतावनियों, सख्त कानूनों और अभियान के बावजूद ग्रामीण इलाकों में अवैध हथियारों का खुलेआम प्रदर्शन जारी है—और इसकी कीमत मासूम लोग अपनी जान देकर चुका रहे हैं।






