भागलपुर, 04 अगस्त 2025 — कला, संस्कृति एवं युवा विभाग तथा जिला प्रशासन, भागलपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय युवा अभिव्यक्ति कार्यशाला श्रृंखला के तहत फोटोग्राफी कार्यशाला का शुभारंभ शनिवार को हुआ।
इस कार्यशाला का उद्घाटन जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी अंकित रंजन, वरिष्ठ शिक्षाविद् राजीव कांत मिश्रा, वरिष्ठ छायाकार रंजन, शशि शंकर और शैलेन्द्र द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया।
30 चयनित किशोर व युवा फोटोग्राफर ले रहे प्रशिक्षण
फोटोग्राफी कार्यशाला हेतु कुल 57 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से 30 प्रतिभाशाली किशोर एवं युवा फोटोग्राफरों का चयन किया गया है। सभी चयनित प्रतिभागी तीन दिनों तक विभिन्न तकनीकी और व्यावहारिक सत्रों में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
स्व. अजीत झा को श्रद्धांजलि, विशेषज्ञों ने दिए फोटोग्राफी पर उपयोगी सुझाव
कार्यशाला की शुरुआत में भागलपुर के प्रसिद्ध दिवंगत छायाकार अजीत झा को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
वरिष्ठ छायाकार रंजन ने प्रतिभागियों को फोटोग्राफी के इतिहास, डार्क रूम तकनीक और आधुनिक परिदृश्य में फोटोग्राफी की भूमिका पर विस्तार से जानकारी दी।
वरिष्ठ शिक्षाविद् राजीव कांत मिश्रा ने भागलपुर में फोटोग्राफी की संस्कृति और युवाओं की संभावनाओं पर अपने विचार रखे और जिला प्रशासन की इस पहल की सराहना की।
शैलेन्द्र ने एडवेंचर फोटोग्राफी के तकनीकी पक्षों पर बात की, जबकि शशि शंकर ने फोटो पत्रकारिता की व्यावहारिक चुनौतियों और जरूरतों को साझा किया।
फोटोवॉक और फोटो टॉक से मिलेगा प्रायोगिक अनुभव
दूसरे दिन (05 अगस्त) सुबह 06:00 से 08:00 बजे तक भागलपुर स्टेशन के पास फोटोवॉक आयोजित किया जाएगा। प्रतिभागी लाइव स्ट्रीट फोटोग्राफी का अनुभव लेंगे, जिसमें वरिष्ठ फोटो पत्रकार शशि शंकर लाइव डेमो देंगे।
इसके बाद दोपहर 12:00 बजे से 03:00 बजे तक, आम्रपाली कला प्रशिक्षण केंद्र, खिरनी घाट मार्ग में फोटो टॉक सेशन होगा। यहां सुबह खींची गई तस्वीरों की समीक्षा की जाएगी।
अंकित रंजन द्वारा “बेसिक्स ऑफ फोटोग्राफी” और “फोटोग्राफी की फिलॉसफी” पर प्रेजेंटेशन भी प्रस्तुत किया जाएगा।
तीन दिवसीय कार्यशाला में व्यावसायिक मार्गदर्शन और रचनात्मकता को मिलेगा नया आयाम
यह कार्यशाला न केवल युवाओं को फोटोग्राफी के तकनीकी पक्षों से अवगत कराएगी, बल्कि उन्हें रचनात्मकता, दृष्टिकोण और सामाजिक अभिव्यक्ति के क्षेत्र में भी सशक्त बनाएगी। जिला प्रशासन और विभागीय अधिकारियों द्वारा युवाओं की ऐसी सहभागिता को निरंतर प्रोत्साहित किए जाने की बात कही गई।


