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बिहार के सरकारी तालाबों को मिलेगी विशिष्ट पहचान: गजेटियर-कम-एटलस ऑफ वॉटर बॉडीज का विमोचन

ByKumar Aditya

मई 7, 2025
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पटना, 07 मई 2025: बिहार सरकार ने राज्य के सरकारी तालाबों और जलनिकायों को विशिष्ट पहचान (यूआईडी) देने के उद्देश्य से ‘गजेटियर-कम-एटलस ऑफ वॉटर बॉडीज ऑफ बिहार’ पुस्तक का विमोचन किया है। राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी ने इस पुस्तक का लोकार्पण पटना स्थित मुख्य सचिवालय के अधिवेशन भवन में किया।

जल स्रोतों की सुरक्षा और प्रबंधन को मिलेगा बल

मंत्री संजय सरावगी ने कहा कि इस पुस्तक के माध्यम से जल स्रोतों की सुरक्षा और प्रबंधन को बल मिलेगा। अतिक्रमित जलनिकायों की पहचान कर उन्हें संरक्षित करने में भी यह दस्तावेज मददगार साबित होगा। इसके माध्यम से नदियों, तालाबों और आर्द्रभूमियों की विस्तृत जानकारी मानचित्रों के माध्यम से उपलब्ध कराई गई है।

जल-जीवन-हरियाली मिशन से प्रेरित पहल

मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जल-जीवन-हरियाली मिशन से प्रेरित होकर इस पुस्तक का प्रकाशन किया गया है। इसमें जल संसाधन विभाग, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, और ग्रामीण विकास विभाग के आंकड़ों का समावेश किया गया है।

हिन्दी संस्करण जल्द होगा प्रकाशित

विभागीय मंत्री ने यह भी घोषणा की कि इस पुस्तक का हिन्दी संस्करण जल्द ही प्रकाशित किया जाएगा। इसके साथ ही, पटना और दरभंगा जिलों के गजेटियर का प्रकाशन भी 54 और 60 वर्षों के बाद पुनः किया जाएगा।

जल स्रोतों से जुड़ी जानकारी एक जगह पर

अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह के अनुसार, यह एटलस जल संसाधन, कृषि, आपदा प्रबंधन, और अन्य विभागों के लिए एक महत्वपूर्ण संदर्भ दस्तावेज होगा। इससे न केवल प्रशासनिक कार्यों में सहूलियत होगी, बल्कि आम जनता को भी जल स्रोतों से जुड़ी जानकारी एक ही स्थान पर मिल सकेगी।

अतिक्रमण हटाने में मददगार

रेरा के अध्यक्ष विवेक कुमार सिंह ने कहा कि एटलस के माध्यम से सरकारी जल संरचनाओं का रिकॉर्ड उपलब्ध होगा, जिससे अतिक्रमण हटाने में आसानी होगी। अतिक्रमण हटाने में नाकाम रहने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाएगी।

शोधकर्ताओं के लिए उपयोगी

इस पुस्तक में केवल नदियों या जलाशयों की जानकारी नहीं, बल्कि ऐतिहासिक, पुरातात्विक, सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय जानकारी भी शामिल की गई है। यह पुस्तक शोधकर्ताओं, नीति-निर्माताओं और शिक्षाविदों के लिए भी एक महत्वपूर्ण संसाधन साबित होगी।

कार्यक्रम में मंत्री संजय सरावगी के साथ-साथ अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह, रेरा के अध्यक्ष विवेक कुमार सिंह, और अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

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