मोतिहारी, बिहार – पूर्वी चंपारण जिले में वाहन चोरी से जुड़े एक बड़े संगठित गिरोह का बिहार पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने चार चोरी की बोलेरो गाड़ियाँ बरामद की हैं और दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि गिरोह लंबे समय से चोरी की गाड़ियों को फर्जी दस्तावेजों के जरिए बेचने और चलाने का काम कर रहा था।
पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने शनिवार को प्रेस नोट जारी कर बताया कि गिरोह की गतिविधियों के संबंध में पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी। इसके बाद 18 अप्रैल को अरेराज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रंजन कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसने हरसिद्धि थाना क्षेत्र के मनीकपुर गांव में छापेमारी कर राजेश्वर दास और उमेश दास को उनके घर से गिरफ्तार किया।
पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे चोरी की गाड़ियाँ मंगवाकर उनके फर्जी दस्तावेज और नंबर प्लेट तैयार करवाते थे। इसके बाद या तो वे इन वाहनों का खुद उपयोग करते थे या फिर इन्हें ऊँची कीमतों पर बेच देते थे। पुलिस ने बताया कि इस नेटवर्क में फर्जी दस्तावेज और नंबर प्लेट तैयार करने वाले अन्य लोग भी शामिल हैं, जिनकी पहचान कर ली गई है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।
गिरफ्तार आरोपी:
- राजेश्वर दास, पिता: दशरथ दास, निवासी: मनीकपुर, हरसिद्धि थाना
- उमेश दास, पिता: भोला दास, निवासी: मनीकपुर, हरसिद्धि थाना
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि बरामद की गई चार बोलेरो गाड़ियाँ फर्जी कागजातों और नंबर प्लेटों के आधार पर चलाई जा रही थीं। आगे की जांच में इस गिरोह से जुड़े और लोगों की गिरफ्तारी की उम्मीद है।
पुलिस ने अपील की है कि यदि किसी को सस्ते दाम पर बिना वैध कागजात के वाहन बेचे जाने की सूचना मिले, तो तुरंत स्थानीय थाना को सूचित करें।