भागलपुर। शहर में साइबर ठगों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बार ठगी का शिकार बने हैं भाजपा के दिवंगत नेता एवं भागलपुर के पूर्व सांसद प्रभाष चंद्र तिवारी के दोनों बेटे। ठगों ने इन्वेस्टमेंट के नाम पर दोनों भाइयों से कुल 19.47 लाख रुपए से अधिक की ठगी कर ली है।
साइबर थाना में दर्ज हुआ मामला
विक्रमशिला कॉलोनी निवासी राज कुमार तिवारी ने साइबर थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस को दी गई जानकारी के मुताबिक, ठगों ने इन्वेस्टमेंट पर मोटा मुनाफा दिलाने का झांसा देकर ठगी की योजना बनाई।
साइबर पुलिस के अनुसार, राज कुमार तिवारी से 13.40 लाख रुपए, जबकि उनके छोटे भाई प्रवीन कुमार तिवारी से 6.7 लाख रुपए से अधिक की ठगी की गई है। हालांकि एफआईआर में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि किस निवेश योजना के तहत ठगों ने दोनों भाइयों को निशाना बनाया।
पुलिस जुटी जांच में
मामला दर्ज होने के बाद साइबर थाना की टीम ठगी के खातों और लेन-देन की जांच में जुटी है। साइबर डीएसपी ने बताया कि बैंक खातों और पेमेंट गेटवे की जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि ठगों ने किसी नकली वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से संपर्क किया था या नहीं।
बिजली फ्री करवाने के नाम पर ठगी का प्रयास
ठगी का एक और मामला शनिवार को सामने आया। जोगसर के एक युवक को साइबर ठग ने फोन कर “125 यूनिट बिजली फ्री करवाने” का लालच दिया। ठग ने युवक से कहा कि प्रक्रिया पूरी करने के बाद ओटीपी साझा करें, लेकिन युवक को शक हो गया और उसने ओटीपी देने से इंकार कर दिया।
युवक ने तत्परता दिखाते हुए पूरे मामले की शिकायत राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर की। पुलिस का कहना है कि यदि युवक ने ओटीपी साझा कर दिया होता, तो ठग उसके बैंक खाते से रकम उड़ा सकते थे।
पुलिस ने दी चेतावनी
साइबर थाना ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी अनजान व्यक्ति या कंपनी द्वारा भेजे गए लिंक, वेबसाइट या कॉल पर भरोसा न करें।
किसी भी संदिग्ध कॉल, संदेश या ऑनलाइन लेन-देन की जानकारी तुरंत 1930 या www.cybercrime.gov.in पर दें।