
भागलपुर, 2 जून 2025: संतों की पावन भूमि बिहार से एक और प्रेरक अध्याय सिनेमा के माध्यम से सामने लाया जा रहा है। महर्षि मेंहीं के जीवन पर आधारित फिल्म का फर्स्ट लुक आज भव्य कार्यक्रम में लॉन्च किया गया। इस मौके पर हजारों श्रद्धालु, संत अनुयायी और अनेक प्रमुख नेता उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में बिहार सरकार के मंत्री सम्राट चौधरी, बीजेपी नेता दिलीप जायसवाल, पूर्णिया के विधायक विजय खेमका, और नरपतगंज के विधायक जयप्रकाश यादव जैसे प्रमुख जनप्रतिनिधियों ने महर्षि मेंहीं को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए।
विधायकों ने अपने संबोधन में कहा कि महर्षि मेंहीं ने पूर्व बिहार के नदी कछार क्षेत्रों में रह रहे लोगों के जीवन में अहिंसा, सादगी और सात्विकता की जो चेतना जगाई, वह आज समाज के नैतिक परिवर्तन की मिसाल बन चुकी है।
डायरेक्टर दीपक शाह की पहल
इस बायोपिक को डायरेक्ट कर रहे फिल्म निर्देशक दीपक शाह ने बताया कि:
“जैसे भगवान बुद्ध ने अंगुलीमाल डाकू के जीवन को अपनी वाणी से बदल दिया था, वैसे ही महर्षि मेंहीं के जीवन में भी कई प्रेरक घटनाएँ हैं, जहाँ उन्होंने हिंसक और डाकू प्रवृत्ति के लोगों को साधु और संयमित जीवन की ओर प्रेरित किया।”
उन्होंने आगे बताया कि इस फिल्म के अलावा महर्षि मेंहीं की शिक्षाओं पर आधारित वेब सीरीज भी भविष्य में तैयार की जाएगी, ताकि आज की पीढ़ी को इस महान संत के योगदान से परिचित कराया जा सके।
समाज सुधारक से संत बनने की प्रेरक कथा
महर्षि मेंहीं का जीवन पूर्व बिहार में एक सामाजिक क्रांति का प्रतीक रहा है। उन्होंने जहाँ सामिष जीवन शैली को त्यागने की प्रेरणा दी, वहीं उन्होंने हजारों लोगों को डाकू प्रवृत्तियों से मोक्ष दिलाकर संत और मानवतावादी मार्ग पर चलने को प्रेरित किया।
उनके जीवन और शिक्षाओं पर आधारित यह फिल्म न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि समाजिक सुधार के नजरिए से भी महत्वपूर्ण होगी।