पटना, 05 अक्टूबर 2025: बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने मुज़फ्फरपुर हवाई अड्डे के विकास और उन्नयन के लिए महत्वपूर्ण परियोजना का ई-टेंडर जारी करने की जानकारी दी। इस परियोजना के तहत मौजूदा हवाई अड्डे को कोड-2B श्रेणी के विमानों के संचालन योग्य बनाया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि परियोजना में प्री-फैब स्टील संरचना आधारित टर्मिनल भवन, प्री-इंजीनियर्ड एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) टावर, प्री-इंजीनियर्ड अग्निशमन केंद्र और अन्य सहायक भवन एवं सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा।
यह संपूर्ण कार्य ईपीसी (Engineering, Procurement & Construction) मोड पर संपन्न किया जाएगा। परियोजना की अनुमानित लागत 28.58 करोड़ रुपये है और निर्माण कार्य की अवधि 11 माह निर्धारित की गई है। एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) ने इस परियोजना के लिए ऑनलाइन ई-टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा, “मुज़फ्फरपुर हवाई अड्डे का उन्नयन उत्तर बिहार में हवाई सेवा का विस्तार है। इससे क्षेत्रीय संपर्क, निवेश और पर्यटन को नई गति मिलेगी। साथ ही स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। यह परियोजना बिहार को विमानन क्षेत्र में नई ऊंचाई प्रदान करेगी और राज्य के आर्थिक-सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।”
उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश में नीतीश कुमार के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार बिहार में हवाई सेवा को विश्वस्तरीय बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। हाल ही में पटना के लोक नायक जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट का कायाकल्प और गया एयरपोर्ट का अपग्रेड किया गया है। इसके अलावा, दरभंगा और पूर्णिया एयरपोर्ट से उड़ान योजना के तहत देश के अलग-अलग हिस्सों के लिए हवाई सेवा का लाभ बिहारवासियों को मिल रहा है।
सम्राट चौधरी ने कहा, “अब इसी कड़ी में मुज़फ्फरपुर एयरपोर्ट का विकास इसे नई ऊंचाई पर पहुंचाएगा। यह परियोजना न केवल क्षेत्रीय संपर्क बढ़ाएगी बल्कि निवेश और पर्यटन के नए मार्ग भी खोलेगी।”