मुख्य बिंदु :
- बिहार के 16 बाढ़ प्रवण जिलों की तैयारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा
- मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के अनुसार बाढ़ पूर्व तैयारियां ससमय पूरी करने का निर्देश
- राहत सामग्री दर निर्धारण, नावों की मरम्मति, निजी नाव मालिकों से एकरारनामा पर चर्चा
- आपातकालीन संचालन केंद्र का 24×7 संचालन सुनिश्चित करने का निर्देश
- SDRF-NDRF टीमों के ठहराव और DSS पोर्टल पर रिपोर्टिंग की समीक्षा
- राहत शिविरों और सामुदायिक रसोई की व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश
पटना, 14 जून 2025।राज्य में मॉनसून के संभावित आगमन को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग में अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में बिहार के 16 बाढ़ प्रभावित जिलों की पूर्व तैयारियों की समीक्षा की गई और सभी संबंधित अधिकारियों को मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के तहत तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए गए।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े अधिकारी
इस बैठक में पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, मुजफरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, गोपालगंज, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज और अररिया जिलों के अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन पदाधिकारी और सहायक आपदा प्रबंधन पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
अपर मुख्य सचिव ने दिए स्पष्ट निर्देश
बैठक में श्री प्रत्यय अमृत ने वर्षापात की स्थिति, बाढ़ राहत सामग्रियों की दर निर्धारण, पॉलिथीन शीट्स की उपलब्धता, निजी नाव मालिकों के साथ एकरारनामा, नावों की मरम्मति, भाड़ा दर निर्धारण, जिला आपातकालीन संचालन केंद्र का 24×7 संचालन, बाढ़ राहत शिविर एवं सामुदायिक रसोई केंद्रों की व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा की।
इसके अलावा SDRF और NDRF टीमों के ठहरने की व्यवस्था, आवश्यक सुविधाएं और DSS पोर्टल पर नियमित रिपोर्टिंग की भी समीक्षा की गई। उन्होंने सभी अधिकारियों को ससमय बाढ़ पूर्व तैयारियां पूरी करने और मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार कार्य करने के निर्देश दिए।
विभागीय अधिकारी रहे उपस्थित
बैठक में संयुक्त सचिव श्री मो. नदीमुल गफ्फार सिद्दीकी, विशेष कार्य पदाधिकारी श्री संदीप कुमार, श्री अविनाश कुमार, बिहार मौसम सेवा केंद्र के निदेशक श्री सी.एन. प्रभु समेत विभाग के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।