
सुल्तानगंज।विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं, लेकिन सुल्तानगंज के अजगैवीनाथ गंगा घाट की बदहाल स्थिति को लेकर प्रशासन अब तक सक्रिय नहीं हुआ है। स्थिति यह है कि गंगा घाट खतरनाक बना हुआ है और यहां हर दिन शिव भक्त गंगा स्नान कर रहे हैं।
अभी से जुटने लगे श्रद्धालु
श्रावणी मेले की तैयारियों के बीच सुल्तानगंज में अभी से ही शिव भक्तों का जुटान शुरू हो गया है। दूर-दराज़ से पहुंचे श्रद्धालु गंगा स्नान कर बाबा धाम के लिए कांवर भर रहे हैं। मगर खतरनाक घाट पर न तो कोई सुरक्षात्मक इंतजाम किए गए हैं और न ही घाट की मरम्मत की गई है।
संभावित हादसों का खतरा
स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं का कहना है कि यदि जल्द घाट को दुरुस्त नहीं किया गया, तो मेले के दौरान भारी संख्या में जुटने वाले कांवरियों को गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही इस घाट पर किसी अनहोनी की आशंका भी बनी रहेगी।
प्रशासन अब तक निष्क्रिय
श्रावणी मेला हर साल लाखों श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ा महापर्व है, इसके बावजूद प्रशासनिक स्तर पर अब तक घाट की मरम्मत और सुरक्षा व्यवस्था की कोई ठोस पहल शुरू नहीं हुई है।
श्रावणी मेला का महत्व
बता दें कि श्रावणी मेले के दौरान सुल्तानगंज से देवघर तक करीब 105 किलोमीटर की कांवर यात्रा होती है। कांवरियों का पहला पड़ाव सुल्तानगंज गंगा घाट पर ही होता है, जहां से वे बाबा बैद्यनाथ के लिए गंगाजल लेकर निकलते हैं।
स्थानीय लोगों की मांग
स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं ने प्रशासन से तुरंत घाट की मरम्मत, सुरक्षा बैरिकेडिंग, रोशनी और बचाव दल की तैनाती की मांग की है, ताकि मेले के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो।
अब देखना होगा कि प्रशासन समय रहते जागता है या फिर श्रद्धालुओं की सुरक्षा भगवान भरोसे छोड़ दी जाएगी।