देश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर हुई 257, केरल सबसे अधिक प्रभावित राज्य
नई दिल्ली/पुडुचेरी: पांच साल पहले पूरी दुनिया में तबाही मचाने वाला कोरोना वायरस एक बार फिर रफ्तार पकड़ता नजर आ रहा है। एशियाई देशों में मामलों में इजाफे के बीच भारत में भी सरकार सतर्क मोड में आ गई है। इस बीच पुडुचेरी से चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आई है, जहां 12 सक्रिय कोविड-19 मामले दर्ज किए गए हैं।
पुडुचेरी के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सेवा निदेशक वी. रविचंद्रन ने मंगलवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि स्वास्थ्य विभाग सतर्कता के साथ खांसी और जुकाम जैसे लक्षणों वाले व्यक्तियों की जांच कर रहा है। उन्होंने आम लोगों से घबराने की बजाय सतर्क रहने की अपील की है।
आपात तैयारी पूरी: कोविड बेड और वेंटिलेटर की व्यवस्था
- कदिरकमम के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अनुसंधान संस्थान
- राजीव गांधी सरकारी बाल अस्पताल
इन दोनों संस्थानों में कोविड मरीजों के लिए चार बेड आरक्षित किए गए हैं। - गोरीमेदु के चेस्ट डिजीज अस्पताल
यहां वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ छह बेड का विशेष वार्ड तैयार किया गया है।
रविचंद्रन ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और स्थिति पर स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशानुसार लगातार निगरानी की जा रही है।
राष्ट्रीय स्थिति: 12 मई के बाद से सामने आए 164 नए केस
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 12 मई से अब तक देशभर में कोविड-19 के 164 नए मामले सामने आए हैं। वहीं कुल सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 257 हो गई है।
राज्यवार कोविड-19 के सक्रिय मामले:
- केरल – 69
- महाराष्ट्र – 44
- तमिलनाडु – 34
- कर्नाटक – 8
- गुजरात – 6
- दिल्ली – 3
- हरियाणा, राजस्थान, सिक्किम – 1-1 मामला
सरकार की तैयारियां और निगरानी
केंद्र सरकार ने नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सहयोग से स्थिति पर नजर बनाए रखी है। सामान्य सर्दी, फ्लू और गंभीर श्वसन संक्रमण जैसे लक्षणों वाले मामलों की भी निगरानी की जा रही है, ताकि किसी संभावित खतरे को समय रहते रोका जा सके।
हालांकि वर्तमान में संक्रमण की दर कम है, लेकिन कोविड-19 के नए मामलों में वृद्धि एक चेतावनी संकेत जरूर है। सरकार और स्वास्थ्य एजेंसियां अलर्ट पर हैं, और आम जनता को भी सतर्कता बरतने की जरूरत है — जैसे कि मास्क पहनना, हाथ धोना और लक्षण दिखने पर टेस्ट कराना।