भागलपुर विधानसभा चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं कल शाम से चुनाव प्रचार थम जाएगा, उससे पहले सभी दलों के नेताओं द्वारा एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है इसी क्रम में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक शर्मा ने कांग्रेस के प्रधान चुनाव कार्यालय, भागलपुर में आयोजित “विशेष संवाददाता सम्मेलन” को संबोधित किया इस दौरान उन्होंने एनडीए सरकार पर तीखा हमला बोला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित शीर्ष नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए।आलोक शर्मा ने कहा कि “इस बार एनडीए की सरकार पूरी तरह फेल साबित हुई है।” उन्होंने दावा किया कि बिहार में महागठबंधन भारी बहुमत से सरकार बनाने जा रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सरकार द्वारा महिलाओं को ₹10,000 देने की घोषणा केवल वोट खरीदने की एक रणनीति है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर यह योजना जनहित में है तो केवल बिहार में ही क्यों लागू की जा रही है? यह स्पष्ट रूप से चुनावी रिश्वत है।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि बिहार में बेरोजगारी, पलायन, महिला उत्पीड़न और शिक्षा का स्तर लगातार गिरता जा रहा है राज्य में विकास के नाम पर सिर्फ भाषण और विज्ञापन चल रहे हैं उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब जनता को गुमराह नहीं कर सकते 11 साल से सत्ता में रहने के बावजूद देश में न शिक्षा सुधरी, न रोजगार बढ़ा और न ही भ्रष्टाचार रुका हर जगह पुल गिर रहे हैं, सड़कों की हालत बदतर है।”आलोक शर्मा ने प्रधानमंत्री की भाषा पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि “देश के प्रधानमंत्री की भाषा का स्तर गिरता जा रहा है जनता अब इस तरह की राजनीति बर्दाश्त नहीं करेगी उन्होंने कहा कि इस बार भाजपा का हिंदू-मुस्लिम कार्ड काम नहीं करेगा, क्योंकि जनता अब मुद्दों पर जवाब चाहती है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और एनडीए “धर्म और भावनाओं की राजनीति” कर रहे हैं, जबकि लोगों की बुनियादी जरूरतें पूरी नहीं हो पा रही हैं।कांग्रेस प्रवक्ता ने अमित शाह पर भी निशाना साधते हुए कहा कि “मोदी जी के पल्लू पकड़कर अमित शाह हर जगह घूमते हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा की घुसपैठ और सुरक्षा नीति भी पूरी तरह असफल रही है। शर्मा ने कहा, “अमित शाह खुद तड़ीपार हैं, अब जनता उनके खोखले वादों को समझ चुकी है।”आलोक शर्मा ने विश्वास जताया कि इस बार जनता महागठबंधन को प्रचंड बहुमत देगी और बिहार में एक मजबूत, पारदर्शी एवं जनहित की सरकार बनेगी उन्होंने जनता से अपील की कि वे “झूठे वादों और भावनात्मक भाषणों” के बजाय अपने भविष्य के लिए सोच-समझकर मतदान करें


