
भागलपुर, 18 मई 2025 – मायागंज अस्पताल के मुख्य गेट के बाहर सोमवार को दो ई-रिक्शा चालकों के बीच सवारी बैठाने को लेकर कहासुनी के बाद जमकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच गाली-गलौज और धक्का-मुक्की की नौबत आ गई।
क्या है मामला?
मोहम्मद चांद नामक ई-रिक्शा चालक का आरोप है कि वह अस्पताल से बाहर निकल रहे यात्रियों को अपने रिक्शा पर बैठा रहा था, इसी बीच मोहम्मद जाहिद नामक एक अन्य चालक ने उन्हीं यात्रियों को अपने रिक्शा में बैठाने की कोशिश की। विरोध करने पर जाहिद ने कथित तौर पर गाली-गलौज और हाथापाई शुरू कर दी।
मोहम्मद चांद का आरोप:
“मैं बाहर से रिक्शा चलाने आता हूं, लेकिन स्थानीय चालक अक्सर बाहरी चालकों को धमकाते हैं और दबाव बनाते हैं। आज भी उसी का नतीजा था ये विवाद।”
वहीं मोहम्मद जाहिद ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि वह यात्रियों को खुद बुलाकर लाया था। उसका कहना है कि उसने किसी के यात्रियों को नहीं छीना।
अस्पताल गेट पर ट्रैफिक बनी बड़ी समस्या
गौरतलब है कि मायागंज अस्पताल के मुख्य गेट के बाहर अक्सर ई-रिक्शा और टोटो चालकों की भारी भीड़ लगी रहती है, जिससे वहां ट्रैफिक जाम की स्थिति बन जाती है। कई बार इसी कारण एंबुलेंस को इमरजेंसी तक पहुंचने में देरी होती है, जिससे मरीजों की जान पर भी बन आती है।
प्रशासन से कार्रवाई की मांग
स्थानीय लोगों और मरीजों के परिजनों ने प्रशासन से अपील की है कि अस्पताल गेट के बाहर यातायात व्यवस्था सख्त की जाए और रिक्शा चालकों के लिए निर्धारित पार्किंग जोन बनाया जाए, ताकि अस्पताल की आपात सेवाओं में बाधा न हो।