भागलपुर, पीरपैंती:पीरपैंती प्रखंड के चौखंडी पुल के पास एक बार फिर गंगा की बाढ़ ने तबाही मचा दी है। लगातार हो रही बारिश और जलस्तर में वृद्धि के कारण चौखंडी पुल पूरी तरह से जलमग्न हो गया है। इस वजह से पीरपैंती और बाखरपुर के बीच का प्रमुख सड़क संपर्क पूरी तरह से टूट गया है, जिससे हजारों ग्रामीणों की दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
हर साल दोहराया जा रहा संकट, स्थायी समाधान नहीं
बीते वर्ष इसी स्थान पर पुल क्षतिग्रस्त हो गया था, जब बाढ़ के पानी ने पुल की नींव को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया था। इसके बाद से स्थानीय लोगों ने वैकल्पिक रूप से चचरी पुल बनाकर आवागमन की व्यवस्था की थी, लेकिन एक साल गुजर जाने के बाद भी न तो स्थायी पुल का निर्माण शुरू हुआ और न ही किसी वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की गई।
अब फिर से बाढ़ के पानी ने चौखंडी पुल को अपनी चपेट में ले लिया है, और सोमवार की सुबह से ही 3 फीट तक पानी पुल पर जमा हो चुका है, जिससे आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है।
प्रशासन की चुप्पी से ग्रामीणों में आक्रोश
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस स्थिति की पहले से जानकारी थी, बावजूद इसके न तो किसी राहत कार्य की शुरुआत की गई और न ही किसी तरह की चेतावनी जारी की गई। ग्रामीणों ने बार-बार पुल निर्माण की मांग की, लेकिन अब तक केवल आश्वासन ही मिले हैं।
हजारों लोग प्रभावित, जनजीवन ठप
यह मार्ग क्षेत्र के दर्जनों गांवों के लिए जीवनरेखा जैसा है। इसके बंद हो जाने से स्कूल, अस्पताल, बाजार और सरकारी सुविधाओं तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। आपातकालीन स्थिति में मरीजों को ले जाना या जरूरी सामान लाना लगभग असंभव हो गया है।
ग्रामीणों की मांगें क्या हैं?
- स्थायी पुल का शीघ्र निर्माण कार्य शुरू हो
- तत्काल नाव या अस्थायी पुल की व्यवस्था की जाए
- बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में राहत व आपदा प्रबंधन दल की तैनाती हो
- जलभराव की स्थिति में पूर्व चेतावनी व्यवस्था की जाए
स्थानीय लोगों ने जताई नाराजगी
ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा है कि यदि जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो वे प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। लोगों का कहना है कि साल दर साल बाढ़ की तबाही झेलना उनकी नियति बन गई है, लेकिन प्रशासन की निष्क्रियता अब असहनीय होती जा रही है।


