भागलपुर।जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (मायागंज) में कैंसर जांच सुविधा शुरू होने के कुछ ही दिनों बाद चुपचाप बंद कर दी गई। अब मरीजों को पहले की तरह एक बार फिर जांच कराने के लिए मायागंज अस्पताल से लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित मेडिकल कॉलेज तक भटकना पड़ रहा है।
सुविधा से राहत, अब फिर से परेशानी
मई 2024 में मायागंज अस्पताल के क्लीनिकल पैथोलॉजी विभाग में एफएनएसी व बॉयोप्सी जांच के लिए सैंपल कलेक्शन सेंटर खोला गया था। हर दिन औसतन एक दर्जन से अधिक सैंपल यहां लिए जाते थे और जांच भी पैथोलॉजी विभाग में हो जाती थी।
डॉ. दीपक कुमार (पूर्व विभागाध्यक्ष, पैथोलॉजी) ने बताया कि इस सेंटर के खुलने से मरीजों को अस्पताल और कॉलेज के बीच दौड़भाग से राहत मिली थी।
लेकिन अब यह सुविधा बंद हो गई है। मायागंज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अविलेश कुमार का कहना है कि मानव संसाधन की कमी का हवाला देकर सेंटर बंद नहीं किया जाना चाहिए था। जल्द ही मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य और पैथोलॉजी विभागाध्यक्ष के साथ बैठक कर समाधान निकालने की कोशिश की जाएगी।
मरीजों की परेशानी: निजी जांच घर का सहारा
सुविधा बंद होने से मरीजों को सीधा नुकसान उठाना पड़ रहा है।
- पूर्णिया निवासी रामअवध (51 वर्ष) की 6 अगस्त को मायागंज अस्पताल में सर्जरी हुई। डॉक्टरों ने बॉयोप्सी जांच की सलाह दी। मेडिकल कॉलेज में सैंपल देने पहुंचे तो अगले दिन आने को कहा गया। थक-हारकर परिजनों ने निजी जांच केंद्र से जांच कराई।
- गोराडीह की पूजा कुमारी को स्त्री रोग की समस्या थी। मायागंज ओपीडी से एफएनएसी जांच की सलाह दी गई। मेडिकल कॉलेज में सैंपल देने गईं तो अगले दिन आने को कहा गया। अंततः उन्होंने भी निजी जांच घर का सहारा लिया।
सवालों के घेरे में व्यवस्था
अस्पताल में ही जांच सुविधा होने से गरीब और दूर-दराज से आने वाले मरीजों को बड़ी राहत थी। अब फिर से उन्हें न केवल मेडिकल कॉलेज तक भटकना पड़ रहा है, बल्कि मजबूरन महंगी निजी लैब्स में भी जाना पड़ रहा है।
मरीजों और परिजनों की मांग है कि जल्द से जल्द यह सुविधा बहाल की जाए, ताकि कैंसर जैसे गंभीर रोग की जांच में विलंब और आर्थिक बोझ से बचा जा सके।


