भारत के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का असर अब सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर भी दिखाई देने लगा है। पाकिस्तान के एफएम रेडियो केंद्रों ने भारतीय गानों का प्रसारण बंद कर दिया है।
पाकिस्तान प्रसारण संघ (PBA) के महासचिव शकील मसूद ने गुरुवार को घोषणा की कि देशभर के सभी एफएम केंद्रों पर भारतीय गीतों के प्रसारण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है।
लता, रफी, किशोर, मुकेश जैसे दिग्गजों के गाने थे बेहद लोकप्रिय
पाकिस्तानी श्रोताओं में भारतीय संगीत, खासकर लता मंगेशकर, मोहम्मद रफी, किशोर कुमार और मुकेश के गीतों को अत्यधिक पसंद किया जाता रहा है। एफएम चैनलों पर यह गाने प्रतिदिन प्रसारित होते थे।
सरकारी समर्थन, सूचना मंत्री ने फैसले को बताया ‘देशभक्तिपूर्ण’
पाकिस्तान के सूचना मंत्री अत्ता तरार ने इस निर्णय की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह “देश की सामूहिक भावना और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है।” उन्होंने पीबीए को लिखे पत्र में इस कदम को “मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता” करार दिया।
पहलगाम हमले के बाद कूटनीतिक संबंधों में खटास
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया था और पाकिस्तान पर सख्त रुख अपनाया है। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है।
सांस्कृतिक दूरी का असर आम लोगों पर
विशेषज्ञों का मानना है कि संगीत और कला के ज़रिए दोनों देशों की जनता के बीच जो जुड़ाव था, वह इस तरह के प्रतिबंधों से कमजोर होता जा रहा है। पाकिस्तानी संगीतप्रेमियों के लिए यह निर्णय भावनात्मक झटका भी माना जा रहा है।