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पटना। बिहार के जाने-माने उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या ने न केवल पटना बल्कि पूरे राज्य को शोक और आक्रोश से भर दिया है। उनकी निर्मम हत्या शनिवार रात गांधी मैदान थाना क्षेत्र के रामगुलाम चौक के पास कर दी गई। अंतिम संस्कार का कार्यक्रम उनकी बेटी गरिमा खेमका के स्कॉटलैंड से लौटने के बाद आज गुलबी घाट पर होगा।

घटनाक्रम: बाइक सवारों ने मारी गोली

शनिवार रात गोपाल खेमका को उनके अपार्टमेंट के गेट के बाहर अपराधियों ने सिर में गोली मार दी। उन्हें तत्काल मेडिवर्सल अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
घटना का CCTV फुटेज भी सामने आया है जिसमें दो बाइक सवार हमलावरों को गोली मारते और भागते देखा गया है।

अंतिम दर्शन के लिए उमड़े नेता व समर्थक

गोपाल खेमका का पार्थिव शरीर रविवार दोपहर उनके गांधी मैदान स्थित आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, पप्पू यादव, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, राजेश कुमार (कांग्रेस अध्यक्ष) सहित तमाम राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि शोक व्यक्त करने पहुंचे।

सुरक्षा पर सवाल: थाना से महज 300 मीटर दूर घटी वारदात

हत्या स्थल गांधी मैदान थाना से महज 300 मीटर की दूरी पर है, लेकिन पुलिस के देर से पहुंचने पर परिजनों और आमजन में भारी नाराज़गी देखी गई।
परिजनों ने पुलिस को कई बार कॉल किया लेकिन कोई मदद नहीं मिली। बाद में ADG मुख्यालय कुंदन कृष्णन को सूचना दी गई, जिसके बाद SSP, सिटी SP समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे।

जांच में तेजी, एक संदिग्ध हिरासत में

घटना के बाद STF और तकनीकी टीम द्वारा जांच शुरू की गई। एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है।
IG जितेंद्र राणा ने बताया कि:

  • हत्या के कई पहलू सामने आए हैं,
  • शूटर और उसके साथियों के बारे में अहम सुराग मिले हैं,
  • हत्या का मकसद लगभग स्पष्ट,
  • जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा।

परिवार पहले भी निशाने पर

यह पहला मौका नहीं है जब खेमका परिवार को इस तरह की हिंसा का सामना करना पड़ा हो।
2018 में उनके बड़े बेटे गुंजन खेमका की भी हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

  • दूसरे बेटे गौरव खेमका IGIMS में डॉक्टर हैं।
  • बेटी गरिमा स्कॉटलैंड में रहती हैं।

व्यापारिक और सामाजिक पहचान

गोपाल खेमका के कारोबार में पेट्रोल पंप, फैक्ट्री, अस्पताल और रियल एस्टेट शामिल था। वे बिहार के अग्रणी उद्योगपतियों में गिने जाते थे

कानून-व्यवस्था पर उठे सवाल

इस हत्या ने एक बार फिर राज्य की कानून व्यवस्था पर गहरा सवाल खड़ा कर दिया है।
व्यापारी वर्ग, जनता और राजनीतिक दल सभी एक स्वर में अपराधियों की गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।