भागलपुर, 14 जून 2025।महिला सशक्तिकरण की दिशा में बिहार अब एक नया इतिहास रचने की ओर अग्रसर है। राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण इलाकों में व्यापक स्तर पर आयोजित महिला संवाद कार्यक्रमों में अब तक 3 लाख 76 हजार से अधिक महिलाएँ अपनी भागीदारी दर्ज करा चुकी हैं। इन कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाएँ न केवल सरकारी योजनाओं की जानकारी ले रही हैं, बल्कि अपने गांव और राज्य के विकास के लिए भी सुझाव दे रही हैं।
1725 स्थानों पर महिला संवाद का आयोजन
जीविका द्वारा जिले के विभिन्न प्रखंडों में अब तक कुल 1725 स्थानों पर महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। जिला परियोजना प्रबंधक सुनिर्मल गरेन ने बताया कि इन कार्यक्रमों में अब तक 30 हजार 303 पुरुषों ने भी सहभागिता की है। प्रतिदिन औसतन 7 हजार से अधिक महिलाएँ इन कार्यक्रमों में शामिल हो रही हैं।
नल-जल योजना को बताया वरदान
गोराडीह प्रखंड के नदियामा पंचायत स्थित सोनालिका ग्राम संगठन की सदस्य रूबी देवी ने संवाद के दौरान कहा —
“हमें कभी उम्मीद नहीं थी कि सरकार हमारे विचारों को इतने महत्व के साथ सुनेगी। यह हमारे लिए गर्व का क्षण है।”
इसी तरह, सबौर प्रखंड के बैजलपुर गांव की कौशल्या देवी ने कहा —
“सरकार की विभिन्न योजनाओं से हमें आगे बढ़ने का अवसर मिला है। बेटियों की शिक्षा से लेकर महिलाओं के रोजगार तक कई योजनाएँ हमारे लिए लाभकारी साबित हो रही हैं।”
कोल्ड स्टोरेज की मांग, नल-जल योजना की प्रशंसा
शहकुंड प्रखंड के दरियापुर पंचायत में आयोजित संवाद में महिलाओं ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोल्ड स्टोरेज की स्थापना की मांग रखी। साथ ही नल-जल योजना की सराहना करते हुए कहा कि भीषण गर्मी में सूखते जलस्रोतों के बीच यह योजना किसी वरदान से कम नहीं है। हालांकि महिलाओं ने इस योजना के बेहतर क्रियान्वयन और समय पर जलापूर्ति सुनिश्चित करने की भी माँग की।
33 हजार से अधिक आकांक्षाएँ दर्ज
महिला संवाद कार्यक्रमों के माध्यम से अब तक 33 हजार से अधिक आकांक्षाएँ प्राप्त हो चुकी हैं, जिन्हें मोबाइल एप पर दर्ज कर लिया गया है। जिला परियोजना प्रबंधक ने बताया कि इन आकांक्षाओं को विभागवार वर्गीकृत कर संबंधित विभागों को भेजा गया है, ताकि उनका शीघ्र निष्पादन सुनिश्चित किया जा सके।
संक्षेप में
- अब तक 1725 स्थानों पर महिला संवाद कार्यक्रम
- 3,76,000+ महिलाएँ और 30,303 पुरुष शामिल
- नल-जल योजना को महिलाओं ने बताया जीवन रक्षक
- ग्रामीण कोल्ड स्टोरेज की उठी मांग
- 33,000+ आकांक्षाएँ मोबाइल एप पर दर्ज