
महिला संवाद कार्यक्रम के 33वें दिन राज्य भर में उमड़ी महिलाओं की भीड़, योजनाओं की मिल रही सराहना
पटना, 20 मई (बिहार):बिहार सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘महिला संवाद’ कार्यक्रम के 33वें दिन आज राज्य के सभी 534 प्रखंडों में आयोजन उत्साहपूर्वक किया गया। अब तक 37,000 से अधिक स्थलों पर दो पालियों में इस संवाद का आयोजन हो चुका है। महिलाओं की उमड़ती भीड़ इस कार्यक्रम की सफलता और व्यापक प्रभाव को दर्शाती है।
इसी क्रम में शेखपुरा जिले के बरबीघा प्रखंड के सुभानपुर गांव में आयोजित कार्यक्रम में ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री श्रवण कुमार ने शिरकत की और सैकड़ों महिलाओं के साथ संवाद करते हुए महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार की योजनाओं और प्रयासों पर प्रकाश डाला।
महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं – मंत्री का संबोधन:
मंत्री श्रवण कुमार ने कहा,
“बिना महिलाओं के सहयोग के समाज में कोई भी स्थायी परिवर्तन संभव नहीं है। बिहार सरकार महिलाओं के समग्र सशक्तिकरण के लिए पूरी तत्परता से कार्य कर रही है।”
उन्होंने बताया कि:
- जीविका दीदियों के लिए सहकारी बैंक की स्थापना की अनुमति दी गई है, जिससे वे लोन, जमा और निकासी जैसे कार्य स्वतंत्र रूप से कर सकेंगी।
- सभी जिला, अनुमंडल अस्पताल और प्रखंड कार्यालय परिसरों में ‘दीदी की रसोई’ और कैंटीन की शुरुआत की जा रही है।
- 10वीं और 12वीं कक्षा के पोशाक की सिलाई का कार्य अब जीविका समूहों को सौंपा जा रहा है।
शिक्षा और रोज़गार में नारी शक्ति का योगदान
मंत्री ने कहा कि सरकार आंगनबाड़ी से लेकर स्नातक तक की शिक्षा में महिलाओं को सहयोग प्रदान कर रही है।
मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना, साइकिल योजना, मेधावृत्ति योजना और कन्या उत्थान योजना जैसी योजनाओं ने हजारों युवतियों को शिक्षा से जोड़ने में अहम भूमिका निभाई है।
सफल महिलाओं की प्रेरक कहानियां
इस कार्यक्रम में प्रीति कुमारी की सफलता की चर्चा भी की गई, जिन्होंने मुख्यमंत्री मेधावृत्ति योजना और आरक्षण का लाभ लेकर बिहार पुलिस में चयन पाया है। मंत्री ने उनकी उपलब्धि की सराहना की।
इसके अलावा, शेखपुरा महिला थाना प्रभारी अनामिका कुमारी और उत्पाद थाना की पदाधिकारी निशा कुमारी ने भी अपनी शिक्षा से लेकर नौकरी तक के प्रेरणादायक अनुभव साझा किए।
उल्लेखनीय है कि 18 अप्रैल 2025 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना से इस राज्यव्यापी ‘महिला संवाद’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया था। इसका आयोजन राज्य के 70,000 से अधिक स्थानों पर किया जाएगा, जिसमें अनुमानतः 2 करोड़ से अधिक महिलाएं भाग लेंगी।
बिहार सरकार “न्याय के साथ विकास” के सिद्धांत पर चलते हुए महिलाओं के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है, और महिला संवाद इस दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो रहा है।