3 अमृत भारत एक्सप्रेस और 4 पैसेंजर ट्रेनों को हरी झंडी; बिहार से चलेंगी अब 26 अमृत भारत सेवाएं
पटना। बिहार को आज रेल कनेक्टिविटी के क्षेत्र में बड़ी सौगात मिली। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने संयुक्त रूप से 7 नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। इनमें 3 अमृत भारत एक्सप्रेस और 4 पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं।
नई ट्रेनों की शुरुआत के बाद देशभर में अब कुल 30 अमृत भारत एक्सप्रेस सेवाएं चालू हो चुकी हैं, जिनमें से अकेले बिहार से 26 सेवाएं चलेंगी। इससे राज्य की रेल कनेक्टिविटी को देश के अन्य हिस्सों से मजबूती मिलेगी।
अमृत भारत एक्सप्रेस से बिहार को नई उड़ान
- दरभंगा–अजमेर (मदार) अमृत भारत एक्सप्रेस
- मुजफ्फरपुर–हैदराबाद (चरलापल्ली) अमृत भारत एक्सप्रेस – यह बिहार से दक्षिण भारत को जोड़ने वाली पहली अमृत भारत ट्रेन है।
- छपरा–दिल्ली (आनंद विहार टर्मिनल) अमृत भारत एक्सप्रेस – यह बिहार से दिल्ली के लिए छठी अमृत भारत सेवा होगी।
ये ट्रेनें न केवल तेज और आरामदायक यात्रा प्रदान करेंगी बल्कि बिहार से उत्तर, पश्चिम और दक्षिण भारत की कनेक्टिविटी को और मजबूत करेंगी।
चार नई पैसेंजर ट्रेनें भी
यात्रियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए इन 4 पैसेंजर ट्रेनों की भी शुरुआत की गई है:
- पटना–बक्सर पैसेंजर
- झाझा–दानापुर पैसेंजर
- नवादा–पटना पैसेंजर
- पटना–इस्लामपुर पैसेंजर
रेलवे बजट और विकास परियोजनाएं
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि 2014 से पहले बिहार का वार्षिक रेल बजट जहां केवल ₹1,000 करोड़ था, वहीं 2025 तक यह बढ़कर ₹10,000 करोड़ हो गया है। फिलहाल राज्य में लगभग 1 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम चल रहा है।
उन्होंने कहा कि बिहार का रेलवे नेटवर्क पूरी तरह विद्युतीकृत हो चुका है और 1,899 किमी नई पटरियां बिछाई जा चुकी हैं।
पूरी हो चुकी बड़ी परियोजनाएं
- पटना रेल-सह-सड़क पुल (28 किमी)
- मुंगेर रेल-सह-सड़क पुल (15 किमी)
- कोसी पुल
- जयनगर–नरकटियागंज आमान परिवर्तन
- मानसी–सहरसा–पूर्णिया आमान परिवर्तन
काम चल रही अहम परियोजनाएं
नई लाइनें: खगड़िया–कुशेश्वरस्थान, कुरसेला–बिहारीगंज, सीतामढ़ी–शिवहर, छपरा–मुजफ्फरपुर, विक्रमशिला–कटरिया (गंगा पुल सहित) आदि।
तीसरी/चौथी लाइन: समस्तीपुर–दरभंगा, सुगौली–वाल्मीकिनगर, कटिहार–कुमेदपुर, सोननगर–अंडाल आदि।
बिहार को मिला आधुनिक रेल नेटवर्क
अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनें सेमी-ऑटोमैटिक कपलर, सीलबंद गैंगवे, फायर अलार्म और टॉक-बैक यूनिट जैसी आधुनिक तकनीकों से लैस हैं। इनका मकसद यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक सफर देना है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह पहल “विकसित बिहार से विकसित भारत” के विजन को पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।


